UP Assembly Election 2022: भाजपा ने विपक्ष के जातीय गठजोड़ को बेअसर करने के लिए बनाया प्लान, जानें- क्या है रणनीति
उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी हर जाति-वर्ग तक यह संदेश पहुंचाना चाहती है कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की नीति का ख्याल सरकार और संगठन में भागीदारी देने में भी रखा गया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी हर जाति-वर्ग तक यह संदेश पहुंचाना चाहती है कि 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' की नीति का ख्याल सरकार और संगठन में भागीदारी देने में भी रखा गया है। विभिन्न समाजों के बड़े ओहदेदार नेताओं को मंच देकर समाज के प्रतिनिधियों का यह पाठ पढ़ाया जा चुका है। अब पार्टी जिलों में सामाजिक सम्मेलन करने जा रही है, ताकि विपक्ष द्वारा छोटे दलों के गठबंधन से बनाए जा रहे जातीय गठजोड़ को बेअसर किया जा सके।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पिछड़े और दलित वोट पर खास तौर पर नजर जमाए भाजपा ने बीते पखवाड़े में क्रमबद्ध ढंग से सम्मेलन कर समाज को जोड़ने का प्रयास किया। भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा और अनुसूचित जाति मोर्चा के माध्यम से अलग-अलग समाज के प्रतिनिधियों को प्रदेश भर से बुलाया गया और सम्मेलन आयोजित किए गए। उन्हें सरकार और संगठन में महत्ता का संदेश देने के लिए मंच पर संबंधित जाति-वर्ग के उन नेताओं को बिठाया गया, जो सरकार या संगठन में ऊंचे पद पर बैठे हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसद, आयोग-निगमों के अध्यक्ष, केंद्र और प्रदेश टीम के वरिष्ठ पदाधिकारी आदि थे।
पिछली सरकारों और वर्तमान सरकार में समाज को मिली भागीदारी की तुलना कर प्रतिनिधियों को समझाया गया कि विधान सभा चुनाव के लिए यही संदेश अपने-अपने समाज में नीचे तक पहुंचाना है। यह सभी सामाजिक सम्मेलन लखनऊ में हुए। अब जिला स्तर पर ऐसे सम्मेलनों की तैयारी पार्टी ने शुरू कर दी है। तीस से अधिक जातियों को चिन्हित किया गया है। योजना है कि दो विधानसभा क्षेत्रों के बीच एक सम्मेलन कराया जाए। इनमें समाज के वह नेता भी शामिल होंगे, जो यहां आयोजित प्रतिनिधि सम्मेलन में मंचासीन रहे। दीपावली के बाद यह कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
भाजपा ने प्रदेश में बनाए 50 लाख पन्ना प्रमुख : विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा का पूरा जोर बूथ स्तर पर है और पूरे प्रदेश में 50 लाख पन्ना प्रमुख बनाए हैं। प्रदेश में भाजपा पहली ऐसी पार्टी है, जिसने प्रदेश में इतने बड़े पैमाने पर पन्ना प्रमुख बनाए हैं। इसके अलावा बूथ समिति सत्यापन का फिजिकल वेरिफिकेशन भी हो चुका है। जल्द ही एक लाख 63 हजार बूथों पर बूथ प्रमुखों को भी तैनात किया जाएगा। भाजपा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर ‘मैं भी पन्ना प्रमुख’ अभियान शुरू किया था। पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर सभी वरिष्ठ नेताओं को इस अभियान का दायित्व दिया है और उन्हें भी अपने-अपने बूथों का पन्ना प्रमुख बनाया है। चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के साथ फीडबैक देने का दायित्व पन्ना प्रमुखों और बूथ प्रमुखों को दिया गया है।
भाजपा की तैयारी अन्य दलों से 22 कदम आगे : भाजपा के प्रदेश मंत्री डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि 2022 में होने वाले चुनावों को लेकर संगठनात्मक रूप से भाजपा की तैयारी अन्य दलों से 22 कदम आगे है। जनता के बीच में पार्टी का एक-एक सिपाही है और उनके सुख-दुख में साथ खड़ा है। सरकार की उपलब्धियों को भी साझा किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि विपक्षी दलों की तरह सिर्फ चुनाव में पार्टी एक्टिव है, बल्कि पिछले साढ़े चार साल में ऐसा कोई अवसर नहीं आया है, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद लोगों के बीच में न पहुंचे हों।