KGMU में भाजपा विधायक से बदसुलूकी, जानें क्या है मामला Lucknow News
ट्रॉमा के सर्जरी वार्ड में भर्ती हादसे में घायल चाचा की तबीयत के बारे में पूछने पर डॉक्टर भड़कीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में भाजपा विधायक को अभद्रता का सामना करना पड़ा। आरोप है कि ट्रॉमा सेंटर में भर्ती चाचा की सेहत पूछने पर वहां तैनात महिला डॉक्टर भड़क गईं। विधायक ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।
फैजाबाद निवासी जितेंद्र प्रसाद 18 अगस्त को सड़क हादसे में घायल हो गए थे। मिल्कीपुर के भाजपा विधायक गोरखनाथ उन्हें सुबह साढ़े पांच बजे लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां कैजुअल्टी वार्ड में तैनात डॉक्टरों ने जितेंद्र प्रसाद को देखा। प्राथमिक इलाज के बाद जितेंद्र को ट्रॉमा के सर्जरी वार्ड में शिफ्ट करने के लिए भेज दिया। इसके बाद विधायक मरीज जितेंद्र को लेकर ट्रॉमा के सर्जरी वार्ड पहुंचे। यहां तैनात जूनियर डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती किया। साथ ही इलाज भी शुरू कर दिया। विधायक का आरोप है कि कुछ देर बाद वार्ड में बैठी महिला रेजिडेंट डॉक्टर से जब उन्होंने चाचा की तबीयत के बारे में पूछा तो वे वे भड़क गईं। विधायक ने अपना परिचय भी दिया, मगर जूनियर डॉक्टर ने विधायक को वार्ड से बाहर जाने का फरमान सुना दिया।
मरीज की वार्ड से कराई छुट्टी
विधायक का आरोप है कि जूनियर डॉक्टर ने परिचय देने पर भी दुव्र्यवहार किया। ऐसे में उन्होंने मरीज को ट्रॉमा के सर्जरी वार्ड से डिस्चार्ज करा लिया। उसके बाद तीसरे तल पर स्थित न्यूरो सर्जरी विभाग में मरीज को भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
कानून व्यवस्था बिगडऩे का बताया खतरा
विधायक ने डॉक्टर की शिकायत चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन से की। उन्होंने पत्र में उक्त डॉक्टर से कानून व्यवस्था बिगडऩे का खतरा बताया। साथ ही सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं, मंत्री ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने कहा कि विधायक जी का मरीज हमारे विभाग में ही भर्ती था। जूनियर डॉक्टर से क्या बात हुई, मुझे जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराई जाएगी। दोष साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी।