वरुण के दौरे में दिख रहा कुछ ऐसा
- वरुण गांधी समर्थकों ने हर कार्यक्रम में सीएम सीएम के नारे लगाए।
- वरुण ने भाषण में मोदी, केंद्र सरकार की नीतियों को कहीं नहीं सराहा।
- उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर पार्टी से इतर विचार व्यक्त किए।
- कार्यक्रमों में नहीं आने पर भाजपा जिलाध्यक्ष का पुतला जलाया गया।
लखनऊ। सुलतानपुर से भाजपा सांसद वरुण फिरोज गांधी की चाल बदली बदली सी लग रही है पार्टी हाईकमान को। इसीलिए इलाहाबाद में उनके दो दिनी इलाहाबाद प्रवास के वीडियो से लेकर मीडिया कवरेज की रिपोर्ट तलब कर ली गई है। इसी महीने केंद्र में भाजपानीत सरकार बने दो साल होने जा रहे हैं। इस अवधि जब भी कोई मंत्री या नामचीन सांसद आया, उसने केंद्र सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान जरूर किया। वरुण गांधी इलाहाबाद आए तो ऐसा नहीं दिखा। भाजपा अधिकृत तौर पर इस कार्यक्रम से अलग थलग थी और वरुण की टीम उनकी निजी ब्रांडिंग कर रही थी। जहां भी वह गए उनके लिए सीएम सीएम के नारे लगे। वैसे भाजपाई पूरी तरह से हाशिए पर नहीं थे। जेल में बंद भाजपा के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया समर्थकों ने आयोजन की सफलता में जरूर अपनी ताकत झोंकी। नतीजा यह रहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष का मेजा में पुतला भी फूंका गया। इस घटनाक्रम की कई स्तरों और कई पदाधिकारियों की मार्फत क्षेत्रीय संगठन ने रिपोर्ट जुटाई। एक भाजपा नेता ने बताया कि संगठन के मांगने पर उन्होंने कार्यक्रम से जुड़े वीडियो, इसमें शामिल लोगों के नाम मीडिया कवरेज की रिपोर्ट भिजवा दी है। पूरी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तक जाएगी। हालांकि काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य ने ऐसी किसी रिपोर्ट के मांगने से साफ इनकार किया। प्रदेश भाजपाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य कहते हैं कि 'वह कई दिन से इलाहाबाद में नहीं हैं, इसलिए वरुण गांधी के दौरे के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।' पार्टी जिलाध्यक्ष रामरक्षा द्विवेदी ने कहा कि 'यह पार्टी का कार्यक्रम नहीं था, इसलिए मैं इसमें शामिल नहीं हुआ था। इस विषय में क्षेत्रीय संगठन ने मुझसे जो रिपोर्ट मांगी थी वह मैंने भेज दी है।'