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दूध पिलाने पर नीला पड़ रहा था बच्चा, जांच में निकला हैरान करने वाली ये बात

लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान में एक नवजात की जटिल सर्जरी की गई। बच्चे की जन्‍मजात आहार नाल और सांस की नली जुड़ी हुई थी।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 01 Jun 2019 10:13 AM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2019 04:33 PM (IST)
दूध पिलाने पर नीला पड़ रहा था बच्चा, जांच में निकला हैरान करने वाली ये बात

लखनऊ, जेएनएन।  जन्म लेते ही बच्चा मां का दूध नहीं पी सका। जरा, भी स्तनपान कराने पर उसकी सांस फूलने लगी। जैसे ही दूध पीता था उसका शरीर नीला पड़ने लगता था। जांच कराने पर अभिभावक दंग रह गए। बच्चे की आहार व सांस नली आपस में जुड़ी पाई गई।  

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यह है मामला 
चिनहट निवासी रेखा ने फरवरी में निजी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। इस दरम्यान पहली बार ही दूध पिलाने पर उसकी सांस फूलने लगी। दोबारा पिलाया तो शरीर नीला पड़ गया और पेट फूल गया। ऐसे में परिजनों ने बच्चे को लोहिया संस्थान के मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल में दिखाया।

सीटी स्कैन में पकड़ में नहीं आई बीमारी, ब्रांकोस्कोपी कराई: अस्पताल के पीडियाटिक सर्जन डॉ. श्रीकेश ने बच्चे का एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन कराया। मगर बीमारी पकड़ में नहीं आई। ऐसे में ब्रांकोस्कोपी करवाई। 

फेफड़े में जा रहा था खाना
ब्रांकोस्कोपी में मिड इसोफेगस (आहार नली के बीच का हिस्सा) व लोअर ट्रैकिया (श्वसन नली के नीचे का हिस्सा) एक में जुड़ा पाया गया। वहीं इनके बीच छेद होने से फ्ल्यूड आहार नली के बजाए फेफड़े में जा रहा था। इसके बाद नाक में पाइप डालकर फीडिंग कराई गई। डॉ. श्रीकेश व डॉ. तनवीर ने बच्चे का ऑपरेशन का प्लान बनाया। इसमें ओटी में बच्चे एक फेफड़ा क्लैप से बंद किया। वहीं इंडोट्रैकियल ट्यूब डालकर दूसरे फेफड़े से श्वसन प्रक्रिया जारी रखी। बच्च अब पूरी तरह स्वस्थ है।

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