सीतापुर में ट्रैक्टर-ट्राली को ओवरटेक करने में बाइक पलटी, पहिये से कुचलकर मां की मौत; बेटे ने भी तोड़ा दम
सीतापुर में ट्रैक्टर-ट्राली से बाइक की टक्कर में मां बेटे की मौत हो गई। बाइक पर पत्नी शहरुन और गोद में तीन महीने का बेटा व भाई राशिद सवार थे। बाइक राशिद चला रहा था। इसी दौरान कुतुबपुर के पास ओवरटेक करते समय ट्रैक्टर-ट्राली से हादसा हो गया।
सीतापुर, संवादसूत्र। बिसवां क्षेत्र के सिधौली मार्ग पर कुतुबपुर के पास सोमवार दोपहर ट्रैक्टर-ट्राली व बाइक से हुए हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि बाइक पर चार लोग सवार थे। इसमें दिव्यांग राजिश, पत्नी शहरुन और गोद में तीन महीने का बेटा व भाई राशिद सवार थे। बाइक राशिद चला रहा था। इसी दौरान कुतुबपुर के पास ओवरटेक करते समय ट्रैक्टर-ट्राली से हादसा हो गया। ट्रैक्टर-ट्राली में ईंटें लोड थी। हादसे दौरान बाइक पलटी और मासूम समेत तीनों लोग सड़क पर गिर गए। शहरुन के सिर पर ट्राली का पहिया निकल गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मासूम के सिर में चोट आने से वह भी मौके ही दम तोड़ दिया, जबकि दिव्यांग राजिश व उसका भाई राशिद घायल हुआ है। उधर, ट्रैक्टर-ट्राली चालक भी घायल हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस से घायलों को सीएचसी भेजा। डाक्टरों ने शहरुन व उसके मासूम बेटे को देखते ही मृत घोषित कर दिया, जबकि दिव्यांग राजिश, उसके भाई राशिद व ट्रैक्टर चालक रमाकांत को जिला अस्पताल रेफर किया है। कोतवाली प्रभारी ओम प्रकाश तिवारी ने बताया, घटना ओवरटेक के दौरान हुई। बाइक व ट्रैक्टर-ट्राली को थाने में खड़ा कराया गया है।
मासूम के साथ ससुराल जा रहा था दंपती: रामपुर कलां के रहिका मजरा घैला निवासी बाइक सवार राजिश अपने भाई, पत्नी व मासूम बेटे के साथ ससुराल जा रहा था। इसकी ससुराल तंबौर के मुंशीपुरवा में है। रास्ते में उसकी बाइक ओवरटेक के दौरान सामने से आ रहे ट्रैक्टर-ट्राली में टकरा गई। ट्रैक्टर-ट्राली रमाकांत रामपुर कलां के बढ़ईनपुरवा का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि राशिद अपने दिव्यांग भाई राजिश व भाभी शहरुन को सिधौली मार्ग पर अमझला तक छोड़ने आ रहा था। अमझला से राशिद व मासूम बेटे के साथ उसकी पत्नी बस पर सवार होकर तंबौर निकलने वाले थे।
दो साल पहले ही हुआ था निकाह: राजिश ने बताया, शहरुन से उसका निकाह दो साल पहले ही हुआ था। उसकी पत्नी को पहला बेटा शोएब तीन महीने पहले ही हुआ था। राजिश ने बताया, वह पैर से दिव्यांग है। इसलिए घर पर रहकर कपड़ा सिलाई का कार्य करता है।