गठबंधन को लेकर शनिवार को बसपा प्रमुख मायावती का बड़ा फैसला!
बहुजन समाज पार्टी नेता मायावती आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर शनिवार को अहम फैसला ले सकती है। 26 मई को बसपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक है।
लखनऊ (जेएनएन)। बहुजन समाज पार्टी नेता मायावती आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर शनिवार को अहम फैसला ले सकती है। 26 मई को बसपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक है। मायावती इस बैठक को लेकर अपने सभी वरिष्ठ सहयोगियों से चर्चा कर चुकी हैं। दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा एक दूसरे से हाथ मिला चुकी हैं। बावजूद इसके सपा मुखिया अखिलेश यादव के हाल ही में मध्य प्रदेश का दौरा के समय राज्य की सभी 230 सीटों पर चुनाव लडऩे का निर्देश जारी करना कुछ अलग संकेत देता है। यूपी के सीमावर्ती जिलों पर सपा की निगाहें हैं। वह वहां एकाधिकार बनाने चाहती है। इसके चलते सपा-बसपा मध्यप्रदेश के चुनाव में एक-दूसरे के आमने सामने दिखने लगीं है। अतः शनिवार की बैठक के फैसलों पर सबकी निगाहें हैं।
कैराना-नूरपुर उपचुनाव पर फैसला
बसपा की कार्यसमिति की बैठक इसलिए भी अहम है कि कैराना-नूरपुर उपचुनाव जैसे अहम मसलों पर 26 मई को कोई स्पष्ट संकेत भी आ सकता है। लखनऊ में बसपा सुप्रीमो पार्टी के प्रमुख नेताओं से मौजूदा हालात पर मंत्रणा कर चुकी है। कर्नाटक दौरे के प्रभाव औप परिणाम पर भी सहयोगियों से चर्चा की है। उल्लेखनीय है कि मायावती बीती 26 मार्च को दिल्ली गयी थीं। इसके बाद प्रदेश में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाएं हुईं।
सूत्रों का कहना है कि अब मायावती संगठन की समीक्षा के साथ ही आगामी रणनीति पर विचार विमर्श करेंगी। कैराना व नूरपुर उपचुनाव को लेकर बसपा के रुख और भविष्य में गठबंधन की संभावनाओं पर फैसला होना है।
कर्नाटक दौरे का प्रभाव भी दिखेगा
लखनऊ प्रवास में मायावती की गतिविधियों पर अन्य दलों की नजरें भी होंगी। बसपा प्रमुख ने अब तक कैराना लोकसभा व नूरपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर कोई खुला निर्देश जारी नहीं किया है। कर्नाटक के बेंगलुरु में मुख्यमंत्री पद के लिए आयोजित कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में मायावती की समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के अलावा रालोद प्रमुख अजित सिंह से भी मुलाकात हुई होगी। इसके अनुसार ही मायावती 26 मई की बैठक में अपने पदाधिकारियों को कोई निर्देश दे सकती हैं। गठबंधन को लेकर मायावती के आगामी कदम पर भी सबकी निगाहें लगी हैं।