बलिया में बालिका की मौत पर बवाल, पुलिस ने लाठियां भांजीं
बलिया के बस स्टेशन चौराहा पर आज मिनी बस की चपेट में आने से पांच वर्षीय बालिका सुंदरी की मौत हो गई। आक्रोशित लोगों ने चालक की पिटाई कर वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। उसके बाद जमकर हंगामा किया। बालिका का शव चौराहे पर रख यातायात ठप कर मुआवजे की मांग
लखनऊ। बलिया के बस स्टेशन चौराहा पर आज मिनी बस की चपेट में आने से पांच वर्षीय बालिका सुंदरी की मौत हो गई। आक्रोशित लोगों ने चालक की पिटाई कर वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। उसके बाद जमकर हंगामा किया। बालिका का शव चौराहे पर रख यातायात ठप कर मुआवजे की मांग करने लगे। मान मनौव्वल के बीच लोग पुलिस पर पथराव करने लगे। पुलिस ने लाठी भांज व आंसू गैस छोड़ भीड़ को तितर बितर किया। इस दौरान दो सिपाहियों समेत कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने २० नामजद समेत सौ अज्ञात पर मुकदमा कायम कर लिया है। पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सिकंदरपुर चौराहे से सटे चकखान गांव के बूचन अहमद की बेटी सुंदरी चौराहे पर चाय लेने आई थी। इसी बीच वह तेज गति से आ रही मिनी बस की चपेट में आ गई। मासूम की मौके पर ही मौत हो गई। लोगों ने गाड़ी रोककर चालक सुधीर गुप्त की पिटाई की और वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद शव को सड़क पर रख जाम कर दिया। सीओ सुरेश चंद रावत व थानाध्यक्ष संजय द्विवेदी ने लोगों को समझा बुझा कर जाम समाप्त कराना चाहा किंतु भीड़ ने उनकी एक नहीं सुनी। वे एसडीएम को मौके पर बुलाने व १५ लाख रुपये मुआवजा की मांग पर अड़े रहे। इस बीच चकखान गांव की दर्जनों महिलाएं भी चौराहे पर आकर धरना देने लगीं। करीब एक घंटे बाद पुलिस लाठियां भांज उन्हें खदेडऩे लगी तो लोगों ने पथराव कर दिया। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद धरना पर बैठे लोगों को खदेड़ते हुए पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। वहीं पुलिस से उलझने वाले पांच को गिरफ्तार कर लिया।
मृतका के पिता को भी नहीं बख्शा
चौराहा से भीड़ को खदेड़ते समय पीएसी के जवानों ने मृत बालिका के पिता बूचन को भी नहीं बख्शा। लाठी चार्ज और भगदड़ के दौरान उन्होंने जैसे ही अपनी पुत्री को सड़क से उठाना चाहा कि पीएसी के जवानों की लाठियां उनके शरीर पर गिरने लगीं। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।