Good News: आयुर्वेद ने तैयार किया डेंगू मरीजों के लिए विशेष अर्क, 48 घंटे में 10 गुना बढ़ रहा प्लेटलेट्स
इन दिनों डेंगू के डंक से राजधानी मेें हाहाकार है। हालत यह है कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की इमरजेंसी से लेकर डेंगू वार्ड फुल चल रहे हैं। 15 से 20 फीसद डेंंगू मरीजों में ब्लीडिंग व गंभीरता के चलते प्लेटलेट चढ़ाने की नौबत आ रही है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। इन दिनों डेंगू के डंक से राजधानी मेें हाहाकार है। हालत यह है कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की इमरजेंसी से लेकर डेंगू वार्ड फुल चल रहे हैं। 15 से 20 फीसद डेंंगू मरीजों में ब्लीडिंग व गंभीरता के चलते प्लेटलेट चढ़ाने की नौबत आ रही है। ऐसे में लोहिया संस्थान के आयुर्वेद विशेषज्ञ डा. एसके पांडेय ने पुनर्नवा, भुईं आंवला, मकोय, गिलोय और पपीते के पत्ते के रस से विशेष अर्क तैयार तैयार किया है। इसे पीने वाले मरीजों का प्लेटलेट्स 48 घंटे में 8 से 10 गुना तक बढ़ रहा है। डेंगू मरीजों के लिए लोहिया संस्थान की ओर से बनाया गया अर्क यह कारगर साबित हो रहा है।
डा. एसके पांडेय ने बताया कि डेंगू में पित्त बढ़ जाता है। इसमें पित्त शामक औषधियां शीघ्र लाभ पहुंचाती हैं। इनमें सौंफ और अम्लकी रसायन रामबाण का काम करता है। इससे पित्त शांत होने के साथ प्लेटलेट काउंट भी बढ़ता है। इसके अतिरिक्त पुनर्नवा, भुईं आंवला, मकोय, गिलोय का अर्क प्लेलेट बढ़ाने में बेहद कारगर है। इसे दिन में चार बार देने से 24 से 48 घंटे में प्लेटलेट दो लाख तक बढ़ जाता है। गिलोय और पपीते के पत्ते का रस पीने से भी प्लेटलेट में बढ़ोतरी होती है। इस औषधि से पचासों रोगी ठीक किए जा चुके हैं। डेंगू में बुखार होने पर ज्वरांकुश और सुदर्शन चूर्ण का सेवन करना चाहिए।
खानपान का रखें विशेष ख्याल: घर पर रहकर मरीज गिलोय और पपीते के पत्ते का रस ले सकते हैं। एक हफ्ते तक आराम जरूरी है। हल्का और सुपाच्य भोजन करें। इनमें दलिया, खिचड़ी, दाल का पानी, सब्जियों का सूप, पालक, चुकंदर और टमाटर का सूप लें। पानी प्रचुर मात्रा में पियें। नारियल का पानी अधिक फायदेमंद है।
इन्हें हुआ विशेष आराम: सुलतानपुर निवासी माधुरी मिश्रा का प्लेटलेट 30 हजार हो गया था। दो दिन तक आयुर्वेदिक अर्क लेने से उनका प्लेटलेट डेढ़ लाख हो गया। इसी तरह बलिया निवासी रोहित रावत का प्लेटलेट 18 हजार से कम हो गया था। तीन-चार दिनों के इलाज में उनका प्लेटलेट दो लाख के ऊपर हो गया। अन्य मरीजों का भी प्लेटलेट्स बढ़ गया। वहीं, राजभवन के पूर्व आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ शिव शंकर त्रिपाठी ने बताया कि आयुर्वेद से डेंगू मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर जा रहे हैं। हमने खुद भी 50 से अधिक मरीजों को ठीक किया है।