सख्ती बाहुबली पर बेअसर, अतीक ने अपहरण कराने के बाद देवरिया जेल में व्यापारी को पीटा
अतीक अहमद ने लखनऊ के एक व्यापारी का अपहरण कराने के बाद देवरिया जेल में उसकी जमकर पिटाई की। इस दौरान उससे करीब 45 करोड़ की प्रॉपर्टी के कागजों पर जबरन साइन भी कराया गया।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में पुलिस की सख्ती के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के बेहतर कानून-व्यवस्था का दावा बाहुबली अतीक अहमद पर बेअसर है। संगीन अपराध के एक दर्जन से अधिक मामलों के कारण देवरिया जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद की धंधा जारी है। रंगदारी वसूलने के साथ ही अपहरण में उसके गुर्गे लगे हैं। अतीक अहमद भी जेल से ही अपना नेटवर्क चला रहा है। अतीक अहमद के खिलाफ 70 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें हत्या, किडनैपिंग और उगाही जैसे मामले हैं। अतीक अहमद को बीते वर्ष प्रयागराज से देवरिया जेल शिफ्ट किया गया था।
अतीक अहमद ने लखनऊ के एक व्यापारी का अपहरण कराने के बाद देवरिया जेल में उसकी जमकर पिटाई की। इस दौरान उससे करीब 45 करोड़ की प्रॉपर्टी के कागजों पर जबरन साइन भी कराया गया। पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक यह सब कुछ जेल परिसर के अंदर हुआ और प्रशासन की जानकारी में था। देवरिया जेल जेल प्रशासन ने भी माना है कि मोहित जयसवाल नाम का शख्स अतीक अहमद से मिलने आया था।
देवरिया जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के प्रयागराज के चकिया में शनिवार रात लखनऊ पुलिस ने छापामारी कर लंबी पूछताछ की। अतीक के बेटे उमर अतीक और करीबी जफरुल्लाह की पुलिस को तलाश थी। पुलिस ने खुल्दाबाद में जफरुल्लाह के घर भी दबिश दी। पूर्व सांसद और उनके करीबियों पर लखनऊ के कृष्णा नगर थाने में प्रॉपर्टी डीलर के अपहरण व देवरिया जेल में उससे मारपीट व करोड़ों की प्रॉपर्टी पर जबरन दस्तखत करवाने के आरोप में दर्ज हुए मामले से करीबियों में खलबली है।
लखनऊ पुलिस ने शनिवार की रात अतीक अहमद के चकिया स्थित आवास पर छापामारी की। पुलिस ने अतीक के बेटे उमर को लेकर सवाल पूछे। घरवालों ने बताया कि उमर दिल्ली में लॉ की पढ़ाई कर रहा है। पुलिस ने उसका मोबाइल नंबर लिया। वहां से पुलिस जफरुल्लाह के घर खुल्दाबाद पहुंची। वह भी घर में नहीं मिला। कृष्णानगर पुलिस ने फारूख की तलाश में करेली में दबिश दी। जिसके बाद टीम वापस लखनऊ लौट गई।
देवरिया जेल में बंद अतीक से पूछताछ करने जाएगी पुलिस
पुलिस पूर्व सांसद अतीक अहमद से पुलिस पूछताछ करने की तैयारी में है। एएसपी पूर्वी (लखनऊ) सर्वेश कुमार मिश्र के मुताबिक कोर्ट से अनुमति लेकर पूर्व सांसद से पूछताछ व जांच करने विवेचक देवरिया जेल जाएंगे। वहीं, मामले में अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमों ने रविवार को प्रतापगढ़, इलाहाबाद और राजधानी के गोमतीनगर में दबिश दी। हालांकि, उनका कोई सुराग नहीं मिल सका।
लखनऊ से कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण कर उसे 316 किलोमीटर दूर देवरिया जेल ले जाया गया लेकिन पुलिस और न तो स्थानीय खुफिया विभाग को भनक तक नहीं लगी। मोहित जयसवाल ने बताया कि उसका अपहरण 26 दिसंबर को हुआ था। उसे उसकी एसयूवी से देवरिया ले जाया गया। जहां अतीक अहमद से उसकी मुलाकात कराई गई।
ये है मामला
विश्वेश्वर नगर, आलमबाग निवासी मोहित जायसवाल का आरोप है कि देवरिया जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के गुर्गे उनका अपहरण कर देवरिया जेल ले गए थे। जहां मोहित को अतीक अहमद उसके बेटे उमर व गुर्गों ने मोहित की पिटाई कर करोड़ों की प्रॉपर्टी पर दस्तखत करवा लिए थे। पूरे मामले में पुलिस ने अतीक समेत छह नामजद व 12 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी क्रम में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
गोरखपुर के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को सौंपी गई जांच
एडीजी जेल चंद्रप्रकाश ने पूरे मामले की जांच गोरखपुर के वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामजनी को सौंपी है, उनसे 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है। जांच अधिकारी ने कल दिन में करीब साढ़े तीन बजे देवरिया जेल पहुंचकर पूरे मामले की जांच की। उन्होंने करीब चार घंटे तक जेल में छानबीन की। जेल में बंदी रक्षकों, मुख्य बंदी रक्षक, जेल अधिकारियों व कुछ बंदियों से अलग-अलग पूछताछ की गई। माना जा रहा है कि देवरिया जेल में हुई इस घटना में जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
जेल अधीक्षक ने किया आरोपों से इन्कार
देवरिया जेल के अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय ने प्रॉपर्टी डीलर मोहित से जेल में मार-पीट और हस्ताक्षर कराने की घटना से इन्कार करते हुए कहा कि मोहित सामान्य तौर पर जेल आए और नियमानुसार मुलाकात कर चले गए। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच चल रही है, जल्द सच्चाई सामने आ जाएगी।
कारोबारी मोहित जायसवाल ने जब रंगदारी देने से मना कर दिया तो फिर अतीक अहमद ने अपने गुर्गों से उसे अगवा करा देवरिया जेल बुलवा लिया। वहां बेटे और अपने कुछ साथियों के साथ मारपीट की और फिर मोहित की 45 करोड़ कीमत की जमीन के दस्तेवाज पर जबरन साइन करावा लिया। कारोबारी जब लखनऊ पहुंचा तो उसने पुलिस में शिकायत की. मामला मीडिया में सामने आने के बाद पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली और जेल में छापेमारी कर अतीक अहमद के दो गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया।