उत्तर प्रदेश की नदियों में विसर्जन के लिए अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां रविवार को शाम चार बजे लखनऊ पहुंचेगी। यहां एयरपोर्ट से इसे भाजपा मुख्यालय पर लाया जाएगा।
लखनऊ (जेएनएन)। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां रविवार को शाम तीन बजे लखनऊ पहुंचेगी। यहां एयरपोर्ट से इसे भाजपा मुख्यालय पर लाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अटल जी का पूरे जीवन यूपी के जिले-जिले से गहरा नाता रहा। अब उनके चिरनिद्रा में लीन होने के बाद भी उनका नाता नहीं टूटेगा। अब उनकी अस्थियां विभिन्न नदियों में विसर्जित होंगी। यहां गंगा ही नहीं हर नदी का अपना विशेष महत्व है। अस्थि विसर्जन की तैयारियां चल रहीं हैं। दिल्ली से 18 कलशों में अस्थियां लायी जा रहीं हैं। मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि प्रदेश की सभी नदियों में वाजपेयी की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
विसर्जन से पहले श्रद्धांजलि
प्रदेश अध्यक्ष डा.महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि 20 अगस्त को दिन 10 बजे से प्रदेश मुख्यालय से अस्थि कलशों को प्रदेश की प्रमुख नदियों (गंगा, यमुना, सरयू, राप्ती, गोमती, मंदाकिनी और सोत) में प्रवाहित करने के लिए आगरा, इलाहाबाद, अयोध्या, कानपुर, जौनपुर, मीरजापुर, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहगढ़, कन्नौज, गोरखपुर, बदायूं, चित्रकूट और गढ़मुक्तेश्वर में भेजा जाएगा। हर कलश के साथ सरकार के एक मंत्री और पार्टी के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। रास्ते में पडऩे वाले जिलों में भी इनको लोगों की श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा। विसर्जन के समय स्थानीय जनता के साथ वहां के गणमान्य लोग और धर्मगुरु उपस्थित रहेंगे।
लखनऊ में सर्वदलीय सभा
लखनऊ अटल बिहारी वाजपेयी के खास रिश्तों के कारण 23 अगस्त को यहां सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा। उसी दिन यहां गोमती में अस्थि कलश का विसर्जन होगा। इस अवसर पर अटलजी के परिजन, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे। 25 अगस्त को जिलों में और 27 एवं 28 अगस्त को मंडल इकाईयों में श्रद्धांजलि सभाएं होंगीं।