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अटल जी की अस्थियां गंगा के ऐतिहासिक बिठूर घाट पर विसर्जित

अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां बिठूर में गंगा के पावन तट पर विसर्जित की गईं। अयोध्या में सरयू, कानपुर में गंगा और बलरामपुर में राप्ती नदी में अस्थियों का विसर्जन किया गया।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 24 Aug 2018 08:41 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 12:38 AM (IST)
अटल जी की अस्थियां गंगा के ऐतिहासिक बिठूर घाट पर विसर्जित
अटल जी की अस्थियां गंगा के ऐतिहासिक बिठूर घाट पर विसर्जित

लखनऊ (जेएनएन)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां आज बिठूर में गंगा नदी के पावन तट पर विसर्जित कर दी गईं। इसके पहले सुबह भाजपा मुख्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार और संगठन के सहयोगियों ने वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित कर अस्थि कलश सौंपे। अटलजी की अस्थियों को आज तीन नदियों में विसर्जित किया जाना तय है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 16 क्षेत्रों में विसर्जन के लिए अस्थि कलश यात्रा पूर्व निर्धारित थी। गुरुवार को लखनऊ में अस्थि विसर्जन के बाद शुक्रवार को भी सिलसिला जारी रहा। तीन अस्थि कलश यात्राओं का समापन गंगा के अलावा राप्ती और सरयू के तट पर हुआ। अयोध्या में सरयू, कानपुर में गंगा और बलरामपुर में राप्ती नदी में अस्थियों का विसर्जन किया गया। इस दौरान सड़क पर बड़ी संख्या में उमड़े लोग भारत रत्न के अस्थि कलश के दर्शन के लिए लालायित थे। 

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सड़क के दोनो ओर उमड़ी लोगों की भीड़ 

गंगा में विर्सजित करने के लिए अस्थि कलश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहसिन रजा और प्रदेश पदाधिकारी देवेश कोरी को सौंपा गया। कानपुर के बिठूर घाट पहुंचने से पहले अस्थि कलश को रथनुमा वाहन में रखकर यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा के दौरान सड़क के दोनो ओर लोगों की भीड़ अटलजी के अस्थि कलश का अंतिम दर्शन कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित करती रही। सांसद देवेंद्र सिंह भोले व बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं ने बिठूर घाट पहुंचकर अस्थि कलश मां गंगा में विसर्जित किया। अटलजी की अस्थियों को आज तीन नदियों में विसर्जित किया जाना तय है। यूपी के 16 क्षेत्रों में विसर्जन के लिए अस्थि कलश यात्रा पूर्व निर्धारित है।

कर्मस्थली पर उमड़ा जनसैलाब  

बलरामपुर की सीमा में प्रवेश करते ही भाजपाइयों ने अटल जी के अस्थि कलश पर पुष्प वर्षा कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। राप्ती नदी के सिसई घाट तक 11 स्थानों पर विभिन्न संगठनों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने अस्थि कलश पर पुष्प वर्षा की। राप्ती नदी के सिसई घाट पर कैबिनेट मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, सूर्य प्रताप शाही, रमापति शास्त्री, सांसद श्रावस्ती दद्दन मिश्र आदि ने अस्थियां प्रवाहित की। 

सरयू तट पर अस्थि विसर्जन

राम की नगरी अयोध्या में वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा पर दलों की सीमाएं टूटती नजर आईं। उन्हें श्रद्धांजलि देने अयोध्या में मंदिर-मस्जिद पैरोकार साथ दिखे। चौक और रिकाबगंज में हिंदू-मुस्लिम सभी ने श्रद्धांजलि दी। जिले की सीमा रानीमऊ से श्रद्धांजलि का सिलसिला अयोध्या के नयाघाट तक चलता रहा। सरकार के  मंत्री गिरीशचंद  व प्रदेश उपाध्यक्ष अक्षवरलाल गौड़ विसर्जन यात्रा लखनऊ से लेकर यहां पहुंचे। सांसद लल्लू सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और इसके बाद सरयू के पावन तट पर अस्थि विसर्जन किया गया।

अटल की अस्थियों का शनिवार को 13 पवित्र नदियों गोरखपुर में राप्ती, वाराणसी में गंगा, इलाहाबाद में संगम, झांसी में बेतवा, चित्रकूट में मंदाकिनी, गढ़ मुक्तेश्वर में गंगा, मुरादाबाद में राम गंगा, कासगंज में सोरो,  बरेली में राम गंगा, सहारनपुर में यमुना, आजमगढ़ में तमसा, बस्ती में कुआनो और मीरजापुर में गंगा नदी में अस्थियों का विसर्जन होना है। 


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