हिजबुल आतंकी के मददगारों को असम पुलिस ने किया गिरफ्तार
एटीएस की गिरफ्त में आए हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमा के मददगार भी रडार पर है। आतंकी के मददगार को कल देर रात असम पुलिस ने गुवाहाटी से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
लखनऊ (जेएनएन)। कानपुर से उत्तर प्रदेश एटीएस की गिरफ्त में आए हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमा के मददगार भी अब पुलिस की रडार पर है। इस आतंकी के मददगार को कल देर रात असम पुलिस ने गुवाहाटी से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
कमरुज्जमा कानपुर में गणेश चतुर्थी के मौके पर बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। उसको इंतजार था एक एके 47 राइफल का। इस बीच वह कानपुर में रेकी कर रहा था। कानपुर से गिरफ्तार हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमा उर्फ डॉ. हुरैरा के दो साथियों को असम पुलिस ने मेघालय बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान शोदोल आलम और उमर फारुख के रूप में हुई।
यूपी एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक फारुख ने आतंकी कमरुज्जमा को मेघालय में मकान किराए पर दिलवाया था। वहीं शोदोल आलम एके-47 हथियार मुहया करने की कोशिश कर रहा था। यूपी एटीएस के अधिकारियों ने हिजबुल आतंकी कमरुज्जमा के ब्लैकबेरी मैसेज को डिकोड कर लिया है। यूपी एटीएस की टीम असम में डेरा डाली हुई है। अब एटीएस को दो युवकों की तलाश है जिन्होंने हिजबुल आतंकी को कानपुर पैसा भेजा था। हुरैरा 2008 से 2012 तक फिलीपींस के पास पलाउ गणराज्य में रह रहा था। एक बेटे के पिता हुरैरा का विवाह 2013 में असम में ही हुआ था।
यूपी एटीएस और कानपुर नगर पुलिस ने चकेरी थानाक्षेत्र में असम निवासी हुरैरा नामक हिजबुल आतंकवादी को गिरफ्तार किया था। इस ऑपरेशन में इनको राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का भी सहयोग मिला था।