लखनऊ में नौकरी के नाम पर छात्रों को ठगने वाला गिरफ्तार, पुलिस और क्राइम टीम ने दबोचा
लखनऊ पुलिस और क्राइम टीम ने छात्रों को ठगने वाले आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित सरकारी विभागों और मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से लाखों की ठगी करता था। इंस्पेक्टर पीजीआइ ने बताया कि जालसाज को वृंदावन सेक्टर आठ से पकड़ा गया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। सरकारी विभागों और मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार छात्रों से लाखों की ठगी करने वाले जालसाज अवनीश चंद्र श्रीवास्तव को पीजीआइ पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम अब उसके साथी और गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। गिरफ्तार जालसाज अवनीश प्रयागराज के 124 बी जार्जटाउन का रहने वाला है।
इंस्पेक्टर पीजीआइ धर्मपाल सिंह ने बताया कि जालसाज अवनीश चंद्र श्रीवास्तव को वृंदावन सेक्टर आठ अंडरपास से थाने की टीम और डीसीपी की क्राइम ने पकड़ा है। अवनीश के पास से एक मोबाइल और दो फर्जी नियुक्तिपत्र मिले हैं। इंस्पेक्टर ने बताया कि बीते दिनों मध्यप्रदेश के सिंगरौली नवानगर में रहने वाले राकेश कुमार वसोर ने अवनीश चंद्र और उसके साथी संजय मिश्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राकेश ने बताया कि प्रयागराज में कोचिंग पढ़ने के दौरान अवनीश से उनकी मुलाकात हुई।
अवनीश ने बताया कि मेट्रो कार्पोरेशन में भर्ती निकली है। उसकी उच्चाधिकारियों से सेटिंग है वह नौकरी लगवा देगा। राकेश ने बताया कि उसने और साथी क्रिती व करीब अन्य 20-25 लोगों ने परीक्षा भी दी थी। अवनीश ने प्रति व्यक्ति साढ़े तीन लाख रुपये की मांग की। अवनीश को रुपयों का भुगतान भी कर दिया गया। अवनीश ने हाल में ही कहा कि तुम सबकी नौकरी लग गई है। जब ज्वाइन करने पहुंचे तो पता चला कि वहां रिजल्ट में उनका नाम ही नहीं है। विरोध किया तो अवनीश और उसके साथियों ने गाली-गलौज की।
फर्जी नियुक्तिपत्र देकर भेज दिया नौकरी ज्वाइनिंग के लिएः राकेश ने बताया कि अवनीश ने उन्हें और अन्य लोगों को नियुक्तिपत्र देकर नौकरी ज्वाइन करने के लिए कहा था। जब वह और कुछ अन्य लोग मेट्रो कार्पोरेशन के दफ्तर पहुंचे तो पता चला कि ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है।
बहाने से बुलाकर किया विरोध तो गोली मारने की दी धमकीः राकेश ने बताया कि उन्होंने शनिवार को बहाने से अवनीश और उसके साथी संजय को बुलाया। दोनोंं सफारी कार से पीजीआइ इलाके में पहुंचे। मुलाकात के दौरान फर्जी नियुक्तिपत्र दिए जाने का विरोध किया तो अवनीश और उसका साथी गाली-गलौज करने लगा। गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद धक्का देकर भागे। मामले की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही क्राइम टीम और थाने की पुलिस पहुंची। खुद को फंसता देख संजय भाग निकला। जबकि पुलिस टीम ने अवनीश को दबोच लिया।