Defense Expo 2020: लखनऊ से हथियारों के निर्यात को मिलेगी रफ्तार, छोटे और मध्यम उद्यमियों को मिलेगी संजीवनी
डिफेंस एक्सपो से लखनऊ से हथियारों का निर्यात बढ़ेगा। छोटे और मध्यम उद्यमियों को भी संजीवनी मिलेगी।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में पांच फरवरी से होने जा रहा डिफेंस एक्सपो रक्षा हथियारों और सैन्य साजो सामान के निर्यात की नई दिशा तय करेगा। उम्मीद है कि पांच दिन तक चलने वाले एक्सपो से हथियारों और रक्षा तकनीक के एक्सपोर्ट को नए आयाम मिलेंगे जिससे छोटे और मध्यम उद्यमियों को भी संजीवनी मिलेगी।
पांच दिनों तक चलने वाले डिफेंस एक्सपो में अमेरिका, रूस, इजरायल सहित दुनिया के वह तमाम देश शिरकत करने आ रहे हैं जो रक्षा उपकरणों और हथियारों के सबसे बड़े सौदागर हैं।
दुनियाभर के दिग्गजों के बीच भारत की निगाह उन देशों पर है, जो सस्ती और भरोसेमंद तकनीक चाहते हैं। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, 2016 से अब तक निर्यात सात गुना तक बढ़ा है। गत वर्ष चेन्नई में आयोजित एक्सपो से इसे काफी रफ्तार मिली और लखनऊ में और इजाफा होने के आसार हैं। सबसे अधिक फायदा उन ऑर्म्स फैक्टियों और कंपनियों को होगा, जो बंदी के कगार पर हैं। एक्सपो में निवेशकों के आने से उत्पादन बढ़ेगा और निर्यात को रफ्तार मिलेगी।
- तीन साल में निर्यात की रफ्तार में सात गुना हुआ इजाफा
- 1.5 बिलियन यूएस डॉलर पहुंच चुका है हथियारों का एक्सपोर्ट
- उत्पादन क्षमता में भी इजाफा, 12 बिलियन डॉलर के करीब
- डिफेंस एक्सपो के बाद इसमें और इजाफा होने के आसार
अमेरिका सहित 17 देशों ने बुक कराए स्टॉल
अमेरिका सहित 17 देशों ने अपने स्टॉल बुक करा लिए हैं। 440 संस्थानों और कंपनियों ने डिफेंस एक्सपो के लिए पंजीकरण कराया है। एक्सपो स्थल पर 22 हजार 633 वर्ग मीटर की जगह प्रदर्शनी के लिए बुक हो चुकी है। 50 हजार के करीब लोग डिफेंस एक्सपो की वेबसाइट को विजिट कर चुके हैं। इसमें अमेरिका, कोरिया, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, आस्टिया, इजरायल, सिंगापुर, बुल्गारिया, जर्मनी, अमेरिका, स्वीडन, स्वीट्जरलैंड, फ्रांस, यूरोपियन देश चेक गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, कजाखस्तान और नार्वे के स्टॉल बुक हो चुके हैं।