Armed Forces Thank Corona Warriors: पुष्प वर्षा से कोरोना योद्धा गदगद, डॉक्टर बोले, सरहद पर लड़ने वाले सैनिकों की तरह मिला सम्मान
केजीएमयू के कोरोना योद्धा पुष्प वर्षा से हुए गदगद सेना से मिले सम्मान पर व्यक्त किए अपने विचार।
लखनऊ, जेएनएन। दुनियाभर में कोरोना के खिलाफ युद्ध छिड़ा है। खतरनाक वायरस से लड़ाई में शहर के डॉक्टर, नर्स व कर्मी फ्रंट लाइन पर हैं। रात-दिन जिंदगी बचाने के मिशन में जुटे धरती के भगवानों पर रविवार को आसमान से पुष्प वर्षा की गई। चिकित्सा संस्थानों के ऊपर वायु सैनिकों ने हेलीकॉप्टर से तीन चक्कर लगाकर चिकित्सा कर्मियों का देशवा िसयों की ओर से आभार जताया। ऐसे में लगा कि...जैसे यह दृश्य सरहद पर युद्ध जीतने वाले सैनिकों को मिलने वाले सम्मान से भी बढ़कर हो।
10: 15 केजीएमयू : भारत माता के लगे जयकारे
वायु सेना का हेलीकॉप्टर 10:15 पर ब्राउन हॉल के पीछे से इंट्री किया। कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट, कुल सचिव आशुतोष द्विवेदी के नेतृत्व में शारदालय के पास 80 के करीब डॉक्टर, नर्स, कर्मचारी खडे़ थे। सेना का हेलीकॉप्टर ऊपर आते ही हाथ हिलाकर स्वागत किया। सैनिकों ने गुलाब, गेंदा की कलियों की बा िरश की। इस दौरान मौजूद मेडिकल स्टाफ में देशभक्ति को जूननू छा गया। भारत माता के जयकारे लगाकर कोरोना के खिलाफ युद्ध का संकल्प लिया। पांच िमनट में हेलीकॉप्टर ने कैंपस के तीन चक्कर लगाए। इस दौरान भवनों पर भी पुष्पवर्षा की।
10:22 पीजीआइ : हर किसी की नजर आसमान पर
वायुसेना का हेलीकॉप्टर 10:22 पर पीजीआइ के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचा। यहां निदेशक डॉ. आरके धीमान के नेतृत्व में 150 के करीब डॉक्टर, नर्स व कर्मी खड़े इंतजार कर रहे थे। सभी की निगाहें आसमान की ओर थीं। कोरोना के लिए लेवल थ्री का हॉस्पिटल बने ट्रॉमा सेंटर पर जैसे ही वायुसेना का हेली कॉप्टर गुजरा। यहां भी हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगे। हर किसी में कोरोना के खिलाफ लड़ाई का संकल्प और मजबूत हुआ। वायुसेना का हेलीकॉप्टर ने तीन चक्कर लगाकर चिकित्सा कर्मियों का अाभार जताया।
चिकित्सा कर्मियों के लिए एतिहासिक क्षण
केजीएमयू के कुल पति प्रो. एमएलबी भट्ट ने कहा कि यह एक एेतिहासिक क्षण रहा। वायु सेना द्वारा जो मेडिकल स्टाफ को सम्मान दिया गया, वह देश में पहली बार हुअा। हर डॉक्टर, नर्स, कर्मी में गर्व का अहसास है। उनमें कोराना के खिलाफ लड़ने का संकल्प और मजबूत हुआ। हम सभी और मेहनत से कार्य करेंगे।
सरहद पर तैनात सैनिक से अधिक मिला सम्मान
पीजीआइ के निदेशक डॉ. आरके धीमान ने कहा कि मेडिकल स्टाफ पर वायु सेना द्वारा पुष्प वर्षा गौरव का क्षण रहा। हमारा हर एक डॉक्टर, नर्स, सफाई कर्मी, अटेंडेंट गर्व महसूस कर रहा है। यह सरहद पर तैनात सै िनक से बड़ा सम्मान मिला है। हम सब करोना के खिलाफ और मजबूती से लड़ेंगे। हिंदुस्तान जल्द ही कोरोना पर विजयी पाएगा।
यूं रही केजीएमयू की कोरोना के खिलाफ लड़ाई
देश में पहला केस आते ही केजीएमयू को अलर्ट कर दिया गया। केंद्र सरकार ने संस्थान को यूपी का नोडल सेंटर बनाया। ऐसे में फरवरी में कोरोना से जंग का खाका खींच लिया गया। इसमें मरीजों की स्क्रीनिंग , डायग्नोस्टिक, क्वारंटाइन, आइसोलेशन व क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट की पांच स्तरीय लंबी रणनीति तैयार की गई। ऐसे में सबसे पहले लैब की स्ट्रेंथनिंग पर जोर दिया गया। स्टाफ की ट्रेनिंग के साथ-साथ, सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था वरिएजेंट समयगत जुटा िलए गए। लिहाजा , मार्च में लैब को रन कर िदया गया। तीन मार्च को यूपी के पहले कोरोना मरीज की पुष्टि केजीएमयू ने ही की। यह मरीज आगरा के रहे। वहीं अब तक 12 मरीज ठीक कर घर भेजे जा चुके हैं।
स्क्रीनिंग से लेकर भर्ती तक का सिस्टम
केजीएमयू में ओपीडी ब्लॉक के ग्राउंड तल पर फीवर क्लीनिक शुरू की गई है। इसमें थर्मल स्कैनर से जांच होती है। संदिग्ध मरीज को स्टाफ जांच कर ट्राएज एरिया में भेजते हैं। इसमें ऑब्जर्वेशन वार्ड में रखकर मरीज के स्वैब की सैंपलिंग की जाती है। लैब में कोरोना पॉजिटिव आने पर मरीज को संक्रामक रोग यूनिट के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर िदया जाता है। निगेटिव आने पर संबंधित रोग के विभाग में भर्ती करा दिया जाता है।
आइसोलेशन से लेकर क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट तक
यूपी में सर्वाधिक कोरोना सैंपल की टेस्टिंग केजीएमयू में हुई है। यहां हर रोज एक हजार के करीब सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। वहीं क्वारंटाइन के लिए 850 बेड, आइसोलेशन के लिए 200 बेड रिजर्व किए गए हैं। अति गंभीर मरीजों के लिए 40 वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। साथ ही संक्रमित मरीजों के ऑपरेशन के लिए आइसोलेटेड ओटी तैयार की गई है। कोरोना केयर व ट्रीटमेंट के लिए नौ कमेटी का गठन किया गया है। इनसे वीडियाे कांफ्रेंसिंग व अन्य माध्यमों से रोजाना अपडेट लिया जाता है। वहीं मरीजाें के इलाज के लिए आठ टीमें बनाई गई हैं। यह तीन शिफ्टों में एक सप्ताह तक काम करती है। इसके बाद 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहती है। केजीएमयू को लेवल-टू का हॉस्पिटल बनाया गया है।