Coronavirus Effect : Bollywood singer Kanika Kapoor के घर के आसपास का इलाका कोरोना मुक्त
Coronavirus Effect Bollywood singer Kanika Kapoor के घर के आसपास 25 हजार से अधिक लोगों की हुई स्कैनिंग। नहीं मिला कोई संदिग्ध मरीज आसपास के लोगों ने ली राहत की सांस।
लखनऊ, जेएनएन। बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव होने से शहर में हड़कंप मच गया था। वहीं, उनके आवास के आस-पास हजारों घरों में दहशत कायम रही। सामान्य सर्दी-बुखार के मरीजों में भी खतरनाक वायरस का भय व्याप्त हो गया था। वहीं, अब इलाके के सैनिटाइजेशन और स्कैनिंग का काम पूरा हो गया है। आसपास के क्षेत्र में कोई भी मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिला है। इसके बाद विभाग के साथ ही क्षेत्रवासियों ने भी राहत की सांस ली है।
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर शुक्रवार को कारोना पॉजिटिव पाई गई थीं। ऐसे में उनके डंडइया स्थित शालीमार गैलेंट अपार्टमेंट के आस-पास का एक किलोमीटर का एरिया ब्लॉक कर दिया गया था। यहां स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें घर-घर पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आसपास के सभी घरों के सदस्यों की स्कैनिंग की।
चार दिनों में 4,854 घरों में टीम ने दस्तक दी। इस दौरान सोमवार को 808 घरों का टीम ने भ्रमण किया। ऐसे में कुल 25 हजार 963 लोगों का ब्योरा जुटाया गया। कुछ लोगों में जुकाम, हल्का बुखार पाया गया, मगर वह सामान्य फ्लू निकला। स्कैनिंग टीम के नोडल अफसर डॉ. एम के सिंह के मुताबिक कनिका कपूर के एरिया में अभियान पूरा हो गया है। यहां कोरोना का काई संदिग्ध मरीज नहीं मिला है। वहीं, नगर निगम की टीम ने क्षेत्र को सैनिटाइज दिया है।
पीजीआइ में कोरोना की जांच जल्द होगी शुरू
संजय गांधी पीजीआइ में कोरोना वायरस की जांच जल्द शुरू हो जाएगी। यह जांच संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी लैब में होगी। संस्थान प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। यहां एक दिन में 40 से अधिक नमूनों की जांच हो सकेगी।
कोरोना समूह में कई वायरस (सार्स, मार्स सहित अन्य) आते हैं। पीजीआइ के सीएमएस प्रो. अमित अग्रवाल ने लैब का निरीक्षण कर सुविधाओं और तैयारियों का जायजा लिया। डॉक्टरों ने लैब में जांच से जुड़ी सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जांच में इस्तेमाल होने वाले कुछ रसायन और अन्य जरूरी चीजें पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से आ गई हैं। पीजीआइ में जांच शुरू होने से केजीएमयू पर दबाव कम होगा। साथ ही दोनों जगह जांच होने से अधिक सैंपल की जांच संभव होगी।