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अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नक्शा पास, प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से मंजूरी

Ram temple in Ayodhya श्रीराम मंदिर निर्माण के मानचित्र को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक में बुधवार को प्रस्तुत किया गया जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 09:10 AM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2020 12:13 AM (IST)
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नक्शा पास, प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से मंजूरी

अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी में मंदिर निर्माण के मानचित्र को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक में बुधवार को प्रस्तुत किया गया, जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। मानचित्र को स्वीकृति के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने गत 29 अगस्त को प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल को सौंपा था। प्राधिकरण बोर्ड की 76वीं बैठक कमिश्नर एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई, जिसमें श्रीराम मंदिर के मानचित्र का अनुमोदन सर्वसम्मति से कर दिया गया। मानचित्र अनुमोदन का पत्र भी अयोध्या विकास प्राधिकरण ने ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र को सौंप दिया, जिसके कुछ ही घंटों में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने विकास समेत सभी विभिन्न मदों का शुल्क प्राधिकरण में जमा करवा दिया। 

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बोर्ड की बैठक प्राधिकरण सभाकक्ष कमिश्नर एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में की गई, जिसमें श्रीराम मंदिर निर्माण के मानचित्र को प्राधिकरण बोर्ड से मंजूरी मिल गई। मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को दो करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये विभिन्न मदों के शुल्क के रूप में प्राधिकरण के खजाने में जमा करने होंगे। इसमें निर्माण सेस के 15 लाख 363 रुपये शामिल नहीं हैं, जिसका ड्राफ्ट श्रम विभाग में ट्रस्ट अलग से जमा करेगा। मानचित्र शुल्क जमा करने के साथ मंदिर निर्माण शुरू करने की सभी औपचारिकताएं ट्रस्ट पूर्ण कर लेगा। प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल ने बोर्ड से मंदिर मानचित्र अनुमोदित होने की जानकारी दी। उनके अनुसार ट्रस्ट ने संबंधित विभागों की अनापत्ति के साथ मंदिर मानचित्र के सभी मानक पूरे किए हैं। ग्रीन बेल्ट, सेटबैक व ओपेन एरिया के साथ 30 मीटर की एप्रोच रोड मानचित्र में प्रस्तावित है।

ट्रस्ट ने प्रस्तुत किए दो तरह के नक्शे : अयोध्या विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एमपी अग्रवाल बोर्ड मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दो तरह के नक्शे प्रस्तुत किए। पहला नक्शा लेआउट था जो 2 लाख 74 हजार 110 वर्ग मीटर था। दूसरा श्रीराम मंदिर का नक्शा था, जिसका कुल कवर्ड एरिया 12,879 वर्ग मीटर है। दोनों नक्शों को सर्वसम्मति से पास कर दिए गए हैं। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दो करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये डेवलपमेंट शुल्क के रूप में जमा करने होंगे। इसके अतिरिक्त लेबर सेस 15 लाख 363 रुपये भी जमा करने होंगे। कुल शुल्क जमा कराने के बाद दोनों नक्शे ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे।

बैठक में ये रहे उपस्थित : बैठक में बोर्ड अध्यक्ष (कमिश्नर) एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल के अलावा अपर निदेशक कोषागार नीरज श्रीवास्तव, मुख्य नगर एवं ग्राम्य नियोजक राजेश प्रताप सिंह, सहयुक्त नियोजक नीलेश सिंह कटियार, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी व जल निगम, प्राधिकरण सचिव आरपी सिंह, नामित सदस्य निर्मला सिंह, परमानंद मिश्र व कमलेशकुमार श्रीवास्तव के अलावा विशेष आमंत्रित सदस्य भी शामिल रहे। 

तीन तल का होगा राम मंदिर : श्रीराम मंदिर का कुल क्षेत्रफल दो लाख 74 हजार 110 वर्ग मीटर है, जबकि कवर्ड एरिया 12879.30 वर्ग मीटर है। 49.24 मीटर ऊंचाई, भूतल 9972 वर्ग मीटर, प्रथम तल-1850.70 वर्ग मीटर व द्वितीय तल 1056.60 वर्ग मीटर होगा।

ये है प्राधिकरण शुल्क : अयोध्या विकास प्राधिकरण ने आयकर की अनुमन्य छूट के बाद 35 फीसद शुल्क लिया है। इसमें विकास शुल्क एक करोड़ 79 लाख 45 हजार 477 रुपये, पर्यवेक्षण शुल्क 29 लाख 73 हजार 307 रुपये व विकास अनुज्ञा शुल्क एक लाख 50 हजार, भवन अनुज्ञा शुल्क 64 हजार 400 रुपये शामिल है।

ट्रस्ट ने जमा कराए 2.11 करोड़ : श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राममंदिर के मानचित्र को अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड से मिली स्वीकृति के बाद दो करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये विकास समेत विभिन्न मदों का शुल्क प्राधिकरण के कोष में जमा करा दिया। मंदिर निर्माण में किसी प्रकार से विलंब न होने पाये इस दृष्टि से श्रम सेस की एक फीसद धनराशि 15 लाख 363 रुपये का ड्राफ्ट भी उप श्रमायुक्त कार्यालय में जमा करने में ट्रस्ट ने देर नहीं लगाई। मानों ट्रस्ट को प्राधिकरण से मंदिर मानचित्र अनुमोदन का इंतजार रहा था। माना जा रहा है कि मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए ट्रस्ट के सामने अब किसी प्रकार की अड़चन नहीं है। वह कभी मंदिर निर्माण शुरू कर सकता है। 

ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने सौंपा था मानचित्र : बता दें कि तीन दिन पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र मंजूरी के लिए मानचित्र उपाध्यक्ष डॉ. शुक्ल को सौंप चुके हैं। बोर्ड बैठक की तैयारियों के बीच मंगलवार को दोपहर 1.30 बजे के करीब जिलाधिकारी अनुज कुमार झा भी प्राधिकरण पहुंचे। उपाध्यक्ष कक्ष में मंत्रणा की। मंत्रणा में उपाध्यक्ष के अलावा प्राधिकरण सचिव आरपी सिंह वार्ता में शामिल रहे। जिलाधिकारी भी बोर्ड बैठक के सदस्य हैं। उपाध्यक्ष ने बताया कि बोर्ड बैठक की तैयारियों के बारे में जानकारी की है। लगभग 67 एकड़ भूमि का लेआउट समेत मानचित्र मंजूरी के लिए ट्रस्ट ने प्राधिकरण को सौंपा है, जिसमें करीब पांच एकड़ में राम मंदिर का निर्माण है। अवशेष भूमि के लेआउट को इसलिए शामिल किया गया है, जिससे भविष्य में किसी प्रकार के निर्माण में अड़चन न हो।


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