रात दस बजे दरवाजे पर दस्तक, फिर आठ घंटे तक इसलिए हॉस्टल में चली छापेमारी Lucknow News
लोहिया संस्थान व केजीएमयू प्रशासन ने तैयार की नई रणनीति। रात दस से सुबह दो बजे तक एंटी रैगिंग सेल की दस्तक।
लखनऊ, जेएनएन। सैफई रिम्स में रैगिंग को लेकर शहर के चिकित्सा संस्थान भी अलर्ट हो गए हैं। यहां की एंटी रैगिंग सेल ने नई रणनीति तैयार की है। अब सदस्यों ने रात में सीनियर-जूनियर छात्रों के हॉस्टल में छापेमारी शुरू कर दी है।
लोहिया संस्थान में अभी तक 150 एमबीबीएस छात्र रहते थे। वहीं इस बार सीट बढ़ने से 200 ने दाखिला लिया है। वहीं कैंपस में सीनियर-जूनियर छात्रों का हॉस्टल एक भवन में है। द्वितीय तल पर जहां एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों का कमरा है, वहीं तृतीय-चतुर्थ तल पर सीनियर रहते हैं। ऐसे में यहां रैगिंग का खतरा अधिक है। लिहाजा, हॉस्टल में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक औचक छापेमारी शुरू की गई है। एंटी रैगिंग कमेटी में शामिल आठ संकाय सदस्यों में से बारी-बारी से ड्यूटी लगा दी गई है। पिछले दो दिन से रात में छापेमारी तेज कर दी गई है। यूजी सेल के इंचार्ज डॉ. राजन भटनागर के मुताबिक रात में फैकल्टी मेंबर सीनियर व जूनियर दोनों छात्रों के हॉस्टल का निरीक्षण करते हैं। वहीं रैगिंग की शिकायत पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
हॉस्टल में बाउंसर तैनात
लोहिया संस्थान ने हॉस्टल में बाउंसर तैनात कर दिए। द्वितीय तल पर दो बाउंसर लगा दिए हैं। इससे सीनियर की मनमानी पर लगाम लगाई जा सकेगी।
केजीएमयू हॉस्टल में रात की निगरानी तेज
केजीएमयू के प्रॉक्टर आरएस कुशवाहा के मुताबिक रात में हॉस्टल की निगरानी तेज कर दी गई है। जूनियर ही नहीं सीनियर के हॉस्टलों पर भी निगरानी की जा रही है। वार्डेन ने रात में भ्रमण शुरू कर दिया है। इसके अलावा प्रॉक्टोरियल बोर्ड में 30 सदस्य व स्क्वॉयड टीम के 25 सदस्यों समेत 80 लोगों की टीम रैगिंग पर नजर रख रही है।