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हरदोई में एंटी करप्शन टीम ने लिपिक काे रिश्वत लेते पकड़ा, एरियर भुगतान के लिए मांगे थे 1.40 लाख रुपये

हरदोई में एंटी करप्शन की टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग के कनिष्ठ लिपिक काे रिश्वत लेते पकड़ लिया है। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से कार्यालय में खलबली मच गई। कई अन्य लिपिक सीटों को छोड़कर इधर-उधर खिसक गए।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 01:57 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 01:57 PM (IST)
हरदोई में एंटी करप्शन टीम ने लिपिक काे रिश्वत लेते पकड़ा, एरियर भुगतान के लिए मांगे थे 1.40 लाख रुपये
हरदोई में एंटी करप्शन टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग के कनिष्ठ लिपिक काे रिश्वत लेते पकड़ा।

हरदोई, जागरण संवाददाता। एरियर भुगतान के लिए दस हजार रुपये रिश्वत लेते समय बेसिक शिक्षा विभाग के कनिष्ठ लिपिक को एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से कार्यालय में खलबली मच गई। कई अन्य लिपिक सीटों को छोड़कर इधर-उधर खिसक गए। टीम कनिष्ठ लिपिक को लेकर शहर कोतवाली आई और लिखा पढ़ी हो रहा है।

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एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार मिश्र ने बताया कि पिहानी क्षेत्र के संविलियन विद्यालय जाजूपारा के शिक्षक महेश कुमार ने शिकायत की थी कि वर्ष 2019 में वह बीमार हो गए थे। दो वर्ष के एरियर का भुगतान सात लाख रुपये होना है। बीएसए कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक जुनैल आब्दीन ने एरियर भुगतान के लिए एक लाख 40 हजार रुपये की मांग की है। टीम ने गुरुवार को शिक्षक महेश कुमार से संपर्क किया और उन्हें रंग लगे हुए दस हजार रुपये देकर परिषदीय नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेज दिया। साथ ही टीम भी वहां पर पहुंच गई। शिक्षक के रुपये देते ही टीम ने कनिष्ठ लिपिक को पकड़ लिया। रिश्वत लेते हुए कनिष्ठ लिपिक के पकड़े जाने की भनक लगते ही कार्यालय में खलबली मच गई। टीम कनिष्ठ लिपिक को लेकर शहर कोतवाली पहुंची है।

एरियर भुगतान में होता 20 प्रतिशत का खेल : शिक्षक महेश कुमार के ही मामले को ले लिया जाए तो सात लाख के एरियर भुगतान के लिए 20 प्रतिशत के हिसाब से 1.40 लाख रुपये मांगे गए थे। इसी तरह शिक्षकों के एरियर भुगतान में 20 प्रतिशत का खेल होता है।

शिक्षकों के उत्पीड़न का सार्वजनिक हुआ मामला : बीएसए कार्यालय में काम के लिए आने वाले शिक्षकों के उत्पीड़न का यह पहला मामला नहीं है। कार्यालय में लिपिक बिना खर्चा लिए शिक्षकों का कोई भी काम नहीं करते हैं। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से शिक्षकों के उत्पीड़न का मामला सार्वजनिक हो गया है।


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