नाराज राजा भइया कैबिनेट बैठक से नदारद
मंत्रिमंडल व विभागों में फेरबदल के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट बैठक में स्टाम्प व पंजीयन मंत्री रघुराज प्रताप सिंह नहीं पहुंचे जबकि एजेंडे में उनके विभाग का महत्वपूर्ण विषय शामिल था।
लखनऊ। मंत्रिमंडल व विभागों में फेरबदल के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट बैठक में स्टाम्प व पंजीयन मंत्री रघुराज प्रताप सिंह नहीं पहुंचे जबकि एजेंडे में उनके विभाग का महत्वपूर्ण विषय शामिल था। कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाताओं ने जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछा कि क्या विभाग बदले जाने से उपजी नाराजगी के कारण रघुराज प्रताप कैबिनेट बैठक में नहीं आए तो मुख्यमंत्री ने सवाल को टालते हुए कहा कि धनतेरस के दिन मिठाई खरीदी जाती है और दीपावली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। यह अच्छी बातें करने का दिन है। खास बात यह है कि सोमवार को कैबिनेट बैठक को होना गुरुवार को ही तय हो गया था लेकिन बताया गया कि रघुराज प्रताप सिंह सोमवार को बेंती में थे।
बिहार चुनाव में सपा द्वारा महागठबंधन से दूरी बनाने के सवाल को भी टालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजनैतिक बहस का समय नहीं है। बिहार की जनता ने सेक्यूलर व समाजवाद के रास्ते पर चलने का सकारात्मक जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में दादरी का मुद्दा भी उठा, गाय को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई लेकिन जनता ने इन सबको नकार दिया। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी से बात करने का क्या मतलब है। अभी तो एक बजट और पेश करना है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो सरकारें जनता के करीब रहकर उनके विकास के लिए काम करती हैं उन्हें दोबारा सत्ता में आने का मौका मिलता है। प्रदेश की सपा सरकार भी जनता के लिए जो कुछ कर रही वैसा कोई भी राज्य सरकार नही कर पा रही है।