यूपी में वेतन न मिलने से नाराज 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मियों ने घंटों किया चक्का जाम
वेतन न मिलने से नाराज 108 और 102 एंबुलेंस सेवा का चक्का जाम धीरे-धीरे लखनऊ समेत कई जिलों में फैल गया और एंबुलेंस सेवा ध्वस्त हो गई।
लखनऊ, जेएनएन। वेतन न मिलने से नाराज 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मियों ने मंगलवार को अचानक चक्का जाम कर दिया। राजधानी लखनऊ से शुरू हुआ चक्का जाम धीरे-धीरे कई जिलों में फैल गया और एंबुलेंस सेवा ध्वस्त हो गई। अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 102 व 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों के वेतन और मानदेय देने के निर्देश जारी कर दिए हैं, जिससे किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
कोरोना वायरस के संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मरीजों के बीच अचानक एंबुलेंस सेवा ठप होने से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और एंबुलेंस सेवा का संचालन कर रही कंपनी जीवीके ईएमआर के अधिकारियों ने कर्मियों को समझा कर जैसे-तैसे काम पर वापस बुलाया। कर्मचारियों ने पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट व मास्क न मिलने की भी शिकायत दर्ज कराई। उत्तर प्रदेश में 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के तहत करीब 4500 एंबुलेंस चलाई जा रही हैं।
मंगलवार को हड़ताल की शुरुआत राजधानी के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल से हुई। यहां कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया और इसके बाद अयोध्या में राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज में एंबुलेंस कर्मी एकत्र हुए और हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी। इसी क्रम में गोंडा सहित दूसरे जिलों में भी इसकी सूचना पहुंचने लगी और एंबुलेंस सेवा धीरे-धीरे ध्वस्त हो गई।