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मम्मा, आपकी डांट भी प्यारी लगती है; यह मुझे गलती का अहसास कराती है lucknow news

अनन्‍या ने मां को पत्र ल‍िखकर पूछा हम लोगों की बॉन्डिंग जितनी गहरी है मैं सोचती हूं कि हर मां और बेटी की वैसी ही क्यों नहीं हो सकती।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 05 Oct 2019 08:33 AM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 06:16 PM (IST)
मम्मा, आपकी डांट भी प्यारी लगती है; यह मुझे गलती का अहसास कराती है lucknow news

डियर मम्मा,

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मैं सबसे करीब आपके ही हूं, इसलिए मेरी कोई बात छुपी नहीं। मैंने कभी छुपाना भी नहीं चाहा। हर बात आपसे शेयर की। फिर भी शायद आपको कभी थैंक्स नहीं कहा..., मेरी अच्‍छी परवरिश के लिए, मेरी हर छोटी बात का ख्याल रखने के लिए और मेरे जीवन का सबसे अहम शख्स होने के लिए। मैंने आपको कभी इस बात के लिए भी शुक्रिया नहीं कहा कि जब भी खुद को अकेला पाया, सबसे पहले आपने ही मेरी परेशानी समझी, हौसला बढ़ाया। फिर भी मेरे मन में कुछ चल रहा है, इसलिए सोचा आज आपको खत लिखकर अपने जज्बात बताऊं...।

मम्मा, हम लोगों की बॉन्डिंग जितनी गहरी है, मैं सोचती हूं कि हर मां और बेटी की वैसी ही क्यों नहीं हो सकती। पता ही होगा, हम दोनों ने फेसबुक पर पेज भी दोनों के नाम से बनाया। एक साथ डांस के कई वीडियो डाले। हमारी बॉन्डिंग को सोशल मीडिया पर खूब सराहा गया। एक वीडियो पर तो 18 मिलियन व्यूज मिले। यह आपके साथ से ही मुमकिन था।

टीवी- अखबारों में जिस तरह की खबरें देखने-पढऩे को मिल रही हैं, उससे मुझे कभी-कभी लगता है कि उन लोगों को हमारा रिश्ता एक बार देखना चाहिए। ऐसी अंडरस्टैंडिंग पेरेंट और बच्‍चों के बीच क्यों नहीं हो सकती। जिस तरह आप हर मुद्दे पर मुझसे बात करती हैैं और मैैं भी कोई बात करने से नहीं हिचकती, हर कोई ऐसा क्यों नहीं कर सकता? हालांकि, हम जिस समाज में रहते हैं, उसमें सब कुछ ही अच्‍छा-अच्‍छा नहीं हो रहा है। पहले इन बातों पर ध्यान नहीं जाता था, लेकिन जैसे-जैसे समझ बढ़ रही है, महसूस कर रही हूं। फिर मैं अपने और आपके रिश्ते के बारे में सोचने लगती हूं। जिस तरह का कंफर्ट आपने हमारे रिश्ते में बनाए रखा है, वह मुझे पहले नॉर्मल लगता था, लेकिन वाकई बड़ी बात है। 

मम्मा, मुझे आपकी डांट भी प्यारी लगती है। याद है, जब मैथ्स के टेस्ट में कम नंबर आए थे तो मैंने आपसे यह बात छुपाई थी। फिर टीचर से पता चलने पर आपने मुझे खूब डांटा था। उस वक्त भले ही मुझे बुरा लगा हो, लेकिन अपनी गलती का अहसास भी हुआ। अच्‍छे नंबर लाने का वादा भी किया मगर मम्मा मुझे मैथ्स बिल्कुल भी पसंद नहीं, फिर भी मैं इसमें अच्‍छा करने की कोशिश करूंगी। मैं अपना वादा पूरा करने के लिए मेहनत भी कर रही हूं। यह भी कहना चाहती हूं कि आगे कभी कुछ भी नहीं छुपाऊंगी पर मम्मा, मुझे इंग्लिश पसंद है। स्पोट्र्स में भी मेरा मन लगता है। मैं जानती हूं कि मैथ्स में अच्‍छे नंबर लाने के लिए आप इसीलिए कहती हैं ताकि मेरा रिजल्ट न खराब हो।

क्लास में मेरी परफॉर्मेंस अच्‍छी रहे। मैं हर सब्जेक्ट में अच्‍छा कर भी रही हूं, बस ये मैथ्स ही मुझे परेशान करती है। इसलिए मैं जितना कर सकूं, उसे हंसकर स्वीकार कर लेना...। नाराज मत होना। मुझे फैशन डिजाइनर बनना है। कोशिश रहेगी मेरे फैसले से कभी आप हर्ट न हों। जानती हूं कि मैं कितनी भी गलतियां कर लूं, आप और पापा मेरा साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। एक अच्‍छा इंसान बनाने में आप कोई कसर नहीं रखेंगे। आप मेरा साथ यूं देते रहें। देखना मैं जिंदगी की बड़ी से बड़ी मुश्किलों से पार पा लूंगी। मैं एक दिन कामयाब होकर जरूरी दिखाऊंगी। दोनों का नाम रोशन करूंगी। बस, मैं जहां भी डगमगाऊं तो आप संभाल लेना। 

आप सबसे बेस्ट ममा हैं... थैंक्यू।

अनन्या मनोचा, कक्षा आठ, मिलेनियम स्कूल


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