लखनऊ में सद्भाव के दंगल में रोहतक के अमित को मिली जीत
आज क्रिसमस के उल्लास के बीच आरडीएसओ मैदान में पहलवानों ने आपसी सद्भाव के दंगल में भाईचारा मजबूत करने के लिए दांव लगाकर वर्षों पुरानी परंपरा की जीत का परचम लहराया। हर वर्ष 25 दिसंबर को क्रिसमस पर एकता के दंगल में भाईचारे की इबारत लिखी जाती है। सभी धर्मों
लखनऊ। आज क्रिसमस के उल्लास के बीच आरडीएसओ मैदान में पहलवानों ने आपसी सद्भाव के दंगल में भाईचारा मजबूत करने के लिए दांव लगाकर वर्षों पुरानी परंपरा की जीत का परचम लहराया। हर वर्ष 25 दिसंबर को क्रिसमस पर एकता के दंगल में भाईचारे की इबारत लिखी जाती है। सभी धर्मों के लोग मिल-जुलकर हिस्सा लेते हैं। जयकरन पहलवान, उस्मान खान एवं संत कंवरजीत सिंह स्मारक समाज कल्याण समिति की ओर से होने वाले दंगल में राजधानी के साथ ही दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, गोरखपुर, वाराणसी व इटावा के पहलवान दो-दो हाथ करते हैं। कुश्ती के दांव से पहले यहां एकता का लंगर लगाया जाता है। लंगर में खिलाड़ी ही नहीं आसपास के लोग भी प्रसाद ग्रहण करते हैं। कुश्ती के दौरान 100 मुकाबले हुए और सभी मुकाबलों में एक दूसरे को पटकनी देने का सिलसिला चलता रहा। 21,000 रुपये नकद और गदा के लिए देर शाम हुए सबसे बड़े मुकाबले में रोहतक के अमित विजयी रहे। उन्होंने गाजीपुर केसर को पटकनी दी। मुकाबले के दौरान महापौर डॉ. दिनेश शर्मा, विधायक डॉ. रीता बहुगुणा जोशी और भारतीय खेल प्राधिकरण के निदेशक राजेंद्र सिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।