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संतों के सानिध्य में अभिभूत हुये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मंदिरों में दर्शन-पूजन

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह संतों का सानिध्य पाकर अभिभूत नजर आए। बिना आडंबर के पूरा समय संत, संगम और देवी-देवताओं के दर्शन-पूजन में बिताया।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 27 Jul 2018 09:48 PM (IST)Updated: Sat, 28 Jul 2018 07:22 AM (IST)
संतों के सानिध्य में अभिभूत हुये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मंदिरों में दर्शन-पूजन
संतों के सानिध्य में अभिभूत हुये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मंदिरों में दर्शन-पूजन

इलाहाबाद (जेेएनएन)। प्रयाग में शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संतों का सानिध्य पाकर अभिभूत नजर आए। बिना किसी दिखावे या आडंबर के पूरा समय संतों के साथ संगम और देवी-देवताओं के दर्शन-पूजन में बिताया। प्रत्येक संत से वह आत्मीयता से मिले और आशीष लिया। भक्तिमय माहौल में विधि-विधान से दर्शन-पूजन करके यह संदेश देने का प्रयास किया कि उनकी यात्रा पूरी तरह से धार्मिक है। कुंभ से पहले अमित शाह की प्रयाग यात्रा कई मायने में खास रही। यात्रा के जरिए यह साबित करने का प्रयत्न किया कि भाजपा के लिए संत और हिंदुत्व सर्वोपरि है। मठ बांघबरी गद्दी में कहा कि संतों के सम्मान से किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा। कुंभ का आयोजन संतों की मंशा के अनुरूप होगा। यही नहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के साथ भोजन करने से पहले सबको टीका लगाकर उनका आशीर्वाद लिया।

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पहले संतों से मिले फिर पूजन

तय समय से सवा दो घंटे विलंब से तकरीबन 11.15 बजे अमित शाह का काफिला यमुना बैंक रोड पर पहुंचा। जहां अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि व महामंत्री महंत हरि गिरि के नेतृत्व में उनकी अगवानी हुई। रत्न जडि़त छत्र लगाकर उनको सड़क से घाट तक लाया गया। हर-हर महादेव के उद्घोष, मंत्रोच्चार की कर्णप्रिय गूंज के बीच शाह यमुना तट पर पहुंचे तो महंत हरि गिरि ने उन्हें पूजन के लिए बनाए गए मंच पर बैठने का इशारा किया लेकिन, अमित शाह पीछे कुर्सी पर बैठे महात्माओं से मिलने उनके पास पहुंचे गए। हाथ जोड़कर सबका अभिवादन किया फिर मां यमुना का पूजन कर आरती उतारी। 

गुरु का आशीष पाकर निहाल हुए शाह

अमित शाह के गुरु महामंडलेश्वर विश्वम्भर भारती स्वयं प्रयाग उनसे मिलने आ गए। गुरु को अचानक अपने सामने पाकर अमित शाह अभिभूत नजर आए। शिष्टाचार प्रकट करते हुए गुरु का चरण स्पर्श किया। गुरु ने उन्हें स्नेह से गले लगा लिया, फिर दोनों लोग काफी देर तक पास बैठे। अमित शाह ने 108 वर्षीय गुरु से आत्मीयता से कुशलक्षेम पूछा। अहमदाबाद (गुजरात) के समीप जूनागढ़ सरवेज क्षेत्र में अमित शाह लंबे समय तक सक्रिय रहे। यहीं उनके गुरु जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर विश्वम्भर भारती का आश्रम भी है। शाह की गुरु के प्रति अगाध श्रद्धा है। गुजरात जाने पर वह उनसे जरूर मिलते हैं। इधर, गुरु पूर्णिमा पर शाह के प्रयाग आने की सूचना उनके गुरु विश्वम्भर भारती को मिली तो उन्होंने यहां आने का निश्चय किया। सुबह वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरे और सड़क मार्ग से सीधे यमुना बैंक रोड स्थित मौज गिरि मंदिर पहुंचे, जहां कई माह बाद गुरु-शिष्य की मुलाकात हुई।


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