अमित शाह चार दिन करेंगे UP का दौरा, कार्यकताओं से करेंगे सीधा संवाद
चुनाव में भाजपा की व्यूह रचना अपराजित रहे इसकी रणनीति तैयार करने के लिए अगले दस दिनों के दौरान अमित शाह चार बार उप्र का दौरा करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी के राजनीति में उतरने के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की सक्रियता और आक्रामकता दोनों बढ़ गई है। यूपी के हर दौरे में वह चुनावी रणनीति में सबसे मजबूत स्तंभ माने जाने वाले बूथ कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद करेंगे। शाह दो फरवरी को अमरोहा में पश्चिम क्षेत्र, छह फरवरी को एटा में ब्रज क्षेत्र, आठ फरवरी को जौनपुर में काशी क्षेत्र, उसी दिन महराजगंज में गोरखपुर क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस दौरान शाह लगभग 1.75 लाख बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर उन्हें चुनाव जीतने का मंत्र देंगे।
प्रियंका फैक्टर नई चुनौती
करीब ढाई दशक की दुश्मनी को भुलाकर सपा-बसपा के एक होने से ही भाजपा की चुनौती बढ़ गई थी। इसके बाद कांग्रेस ने तुरुप के पत्ते के रूप में प्रियंका गांधी को भी सक्रिय राजनीति में उतार दिया। उनको राष्ट्रीय महासचिव बनाने के साथ पूर्वी उप्र का प्रभार भी दे दिया। मुख्यमंत्री योगी का संसदीय क्षेत्र रहा गोरखपुर और प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी पूर्वाचल में आता है। गठबंधन और प्रियंका के आने से अब राह आसन नहीं रही। खास कर सर्वाधिक लोकसभा सीटों वाले इस प्रदेश को लेकर। इसके लिए रणनीति के साथ सक्रियता और आक्रामकता भी बढ़ेगी। इसी क्रम में फरवरी से चुनाव तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्र के बड़े नेताओं का प्रदेश में दौरा जारी रहेगा।
आज बूथ अध्यक्षों से करेंगे संवाद
अमित शाह बुधवार को कांशी राम स्मृति उपवन में अवध क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों को संबोधित करेंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने बताया कि सम्मेलन को शाह के अलावा उप्र लोकसभा चुनाव के प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी, डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा सहित लोकसभा चुनाव सह प्रभारी दुष्यंत गौतम, गोवर्धन झड़पिया और नरोत्तम मिश्र आदि संबोधित करेंगे।