UP Unlock: मंगलवार से सभी सुविधाएं मुहैया कराएंगे बैंक, अप्रैल माह से प्रभावित था बैंकिंग कार्य
अप्रैल माह में कोरोना संक्रमण के हालात से सहमी थी बैंकिंग इंडस्ट्री सीमित किया था समय और सेवाएं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ब्रजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि 1 जून से सभी बैंकिंग सुविधाएं सामान्य रूप से मुहैया कराई जाएं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से उपजे हालात के बीच बैंकों की सीमित हुई सेवाएं अब फिर से बहाल होंगी। पहली जून यानी कल से बैंको में नकद जमा, निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस, लॉकर उपयोग, लोन प्रक्रिया आदि समेत सभी बैंकिंग सुविधाएं मुहैया रहेंगी। इस संबंध में राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) के समन्वयक व बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक ब्रजेश सिंह की ओर से सभी बैंको को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ब्रजेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश भर के अन्य सभी बैंको के उच्चाधिकारी शामिल हुए।
बैठक के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू के दौरान बैंकिंग गतिविधियों के संचालन पर चर्चा हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि 1 जून से बैंकों में आमजन के लिए सभी बैंकिंग सुविधाएं सामान्य रूप से मुहैया कराई जाएं। बैठक में लिए गए निर्णय का प्रस्ताव बैंक अधिकारियों द्वारा आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय को भेजा गया। जिस पर सहमति मिलने के बाद 1 जून से आमजन सभी बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराने के निर्णय पर मुहर लगी।
22 अप्रैल से सीमित किया गया था समय और सेवाएं : अप्रैल माह में कोरोना संक्रमण के चरम पर होने के कारण राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की ओर से बैंकिंग सेवाओं और समय को सीमित कर दिया गया था। इसके तहत सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक ही बैंकिंग कार्यकाल किया गया था। इस दौरान सिर्फ चार प्रकार की सेवाएं ( नगद जमा नगद निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस और सरकारी लेनदेन ही मुहैया कराये जाने का निर्णय लिया गया था। वहीं शाम 4 बजे बैंक बंद हो जाने का समय तय किया गया था।
50 प्रतिशत कर्मियों से लिया जा रहा था काम : अप्रैल माह के हालात को देखते हुए बैंकों में 50% कर्मचारियों से ही काम लिया जा रहा था। इस व्यवस्था को रोटेशनल मोड में रखा गया था।
कोरोना संक्रमण अब नियंत्रित है। ऐसे में आमजन को सभी बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है। एटीएम कैश लोडिंग वेंडर, कोर बैंकिंग सलूशन प्रोजेक्ट, ऑफिस इन डाटा सेंटर, डाटा रिकवरी सेंटर, एटीएम बैक ऑफिस, सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी, सर्विस ब्रांच, क्लीयरिंग हाउस, बैंक ट्रेजरी ऑफिस, फॉरेक्स बैक ऑफिस एंड स्विफ्ट सेंटर, मुख्यालय समेत अन्य सभी सेवाएं सामान्य रूप से संचालित हो ही रही थी, अब पहली जून से नगद जमा नगद निकासी, चेकों की क्लीयरिंग समेत अन्य सेवाएं भी सामान्य रूप से मुहैया होंगी। - बृजेश कुमार सिंह, राज्य समन्वयक, एसएलबीसी