Alaya building collapse: कानून की पहुंच से अभी भी दूर बिल्डर फाहद, उत्तराखंड से भी खाली हाथ लौटी यूपी पुलिस
पुलिस ने तारिक और नवाजिश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं फाहद फरार हो गया था। पुलिस का कहना है कि संभावित स्थानों पर आरोपित की तलाश की गई। उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में पुलिस ने छापामारी की लेकिन फाहद वहां से भाग निकला।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े अलाया अपार्टमेंट के ढहने से तीन लोगों की मौत हुई थी। इन मौतों का एक जिम्मेदार बिल्डर फाहद याजदानी भी है, जिसे पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। फाहद की तलाश में पुलिस की एक टीम नैनीताल पहुंची है। पुलिस आरोपित की लोकेशन का पता लगा रही है। हालांकि उसे पकड़ा नहीं जा सका है।
वजीर हसन रोड पर 24 जनवरी को अलाया अपार्टमेंट जमींदोज हो गया था। हादसे में 16 लोग मलबे में दब गए थे। इनमें तीन की मौत हो गई थी, जबकि अन्य को सकुशल बाहर निकाल लिया गया था। पुलिस की ओर से हजरतगंज कोतवाली में मोहम्मद तारिक, नवाजिश शाहिद और फाहद याजदानी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने तारिक और नवाजिश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं, फाहद फरार हो गया था। पुलिस का कहना है कि संभावित स्थानों पर आरोपित की तलाश की गई। उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में पुलिस ने छापामारी की, लेकिन फाहद वहां से भाग निकला। इसके बाद कुछ टीमें वापस लौट आईं। सर्विलांस के माध्यम से पुलिस आरोपित के बारे में जानकारी कर रही है।