अखिलेश यादव ने की हार्दिक पटेल के बहाने कुर्मी समाज को साधने की कोशिश
अखिलेश ने हार्दिक पटेल के प्रति हमदर्दी जताई और उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने की नसीहत दी है। हार्दिक के प्रति हमदर्दी जताकर अखिलेश ने उप्र के कुर्मी समाज को साधने की पहल की है।
लखनऊ (जेएनएन)। गुजरात में अपने समाज के लिए आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी को लेकर अनशन पर बैठे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के समर्थन में देश भर में भाजपा विरोधी आगे आ रहे हैं। महागठबंधन की कोशिश कर रहे सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी यह मौका नहीं चूके। अखिलेश ने हार्दिक पटेल के प्रति हमदर्दी जताई और उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने की नसीहत दी है। हार्दिक के प्रति हमदर्दी जताकर अखिलेश ने उप्र के कुर्मी समाज को साधने की पहल की है।
कुर्मी समाज के बीच हार्दिक की पहचान बन रही है। अति पिछड़ों को एकजुट करने में सक्रिय भाजपा ने कुर्मी समाज को लामबंद करने के लिए अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल को जहां राजग का साझीदार बनाकर केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया है वहीं योगी सरकार में स्वतंत्र देव सिंह को मौका दिया है। भाजपा 12 सितंबर को पिछड़ा वर्ग मोर्चा के तहत प्रदेश भर के कुर्मी प्रतिनिधियों का सम्मेलन करने जा रही है।
भाजपा के इस समीकरण को लेकर सपा भी सजग है। अखिलेश ने कुर्मी बिरादरी को साधने के लिए नरेश उत्तम पटेल को पहले ही पार्टी की प्रदेश इकाई की कमान सौंपी है। सोमवार को अखिलेश यादव ने ट्विटर पर हार्दिक की सराहना की तो उनकी इस पहल को कुर्मी समाज को साधने के समीकरण के तौर पर ही देखा गया।
अखिलेश ने ट्वीट किया 'हार्दिक पटेल अपने समाज व किसानों के प्रति किए गए संकल्पों की पूर्ति के लिए जिस तरह अनशन करते हुए संघर्षरत हैं, वह सराहनीय है। लेकिन, हमारा उनसे आग्रह है कि वह अपनी सेहत का ध्यान रखें क्योंकि जनता को जाग्रत करने वाले उनके आंदोलन व समर्थकों को उनके सक्रिय नेतृत्व की परम आवश्यकता है।
विकास-विरोधी भाजपा
अखिलेश ने ट्विटर के जरिए प्रदेश सरकार पर विकास-विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि जनता इस भाजपा को ही बदल देगी।
अभी तक तो हमारे कामों को अपना बताकर उद्घाटन करते थे, रंग बदलते थे, अब हमारे द्वारा दिये गये लैपटॉप पर हमारी तस्वीरें बदल रहे हैं. बदलनी है तो आज भाजपा के शासनकाल में प्रदेश की जो दुर्गत हुई है, उस बदहाली की तस्वीर बदलें. इस बार जनता विकास-विरोधी प्रतिगामी भाजपा को ही बदल देगी. — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 4, 2018