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गृह प्रवेशः सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने नए घर गोल्फ सिटी में शिफ्ट

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सुल्तानपुर रोड स्थित सुशांत गोल्फ सिटी में नए घर में शिफ्ट हो गए । उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी सार्वजनिक की है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 15 Jun 2018 10:39 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jun 2018 09:22 AM (IST)
गृह प्रवेशः सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने नए घर गोल्फ सिटी में शिफ्ट
गृह प्रवेशः सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने नए घर गोल्फ सिटी में शिफ्ट

लखनऊ (जेएनएन)  समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को अपने नए बंगले में शिफ्ट हो गए। उनका नया आवास सुलतानपुर रोड पर अंसल की टाउनशिप सुशांत गोल्फ सिटी का विला नंबर सी-2-190 व 191 है। अंसल टाउनशिप के ही एक अन्य विला में उनके पिता मुलायम सिंह यादव पहले ही शिफ्ट हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अपना सरकारी बंगला खाली कर अभी तक वीवीआइपी गेस्ट हाउस में परिवार के साथ रह रहे अखिलेश शुक्रवार को परिवार के साथ अपने नए बंगले में पहुंचे। यहां पूजा-अर्चना का बाद गृह प्रवेश हुआ। खुद अखिलेश यादव ने पूजा-पाठ और परिवारीजन का फोटो ट्वीट कर लोगों को जानकारी दी। 

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अखिलेश यादव ने लिखा-'आज गृह प्रवेश की पूजा भी हुई और सबके आशीर्वाद से नए घर में प्रवेश का शुभ-कार्य भी संपन्न हुआ। अखिलेश का यह विला दो भवनों को मिलाकर बनाया गया है। यहां सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैैं। आज गृह प्रवेश से पहले अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव और बच्चों के साथ विधिवत पूजन किया और इसके बाद गृह सज्जा को अपने अनुकूल बनाया। 

बंगले में तोडफ़ोड़ के आरोपों से घिरे अखिलेश

उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव सरकारी बंगले में तोडफ़ोड़ के आरोपों से घिरे हैं। इस पर राज्यपाल राम नाईक जांच के लिए कह चुके हैं। राज्यपाल राम नाईक ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों को तलब कर पूरे प्रकरण की जानकारी भी हासिल की थी। ध्यान रहे कि मुख्यमंत्री को पत्र भेजने से पहले राज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित सरकारी आवासों को खाली कराने के प्रकरण की जानकारी लेने के लिए राज्य सम्पत्ति विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया था। 

अधिकारियों ने बताया था कि केवल चार, विक्रमादित्य मार्ग वाले बंगले में तोडफ़ोड़ है। राज्य संपत्ति विभाग के पास अखिलेश यादव के बंगले पर हुए खर्च का हिसाब भी नहीं है। सूत्रों का कहना है बंगले के लिए 42 करोड़ रुपये जारी किये गए थे। इसमें राज्य संपत्ति विभाग से केवल 89.99 लाख रुपये खर्च करना ही रिकार्ड में दर्ज है। राज्य संपत्ति अधिकारी का कहना है कि बाकी धनराशि का पता लगाया जा रहा है। रिपोर्ट जल्द ही तैयार की जाएगी। 


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