आजम खां के लिए अखिलेश यादव ने सदन में जतायी फिक्र, कहा-अंग्रेजों की नीति अपना रहा विपक्ष
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण को बताया झूठ का दस्तावेज। कहा कि योगी सरकार सबसे विफल। उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल है। बहन-बेटियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं आए दिन हो रही हैं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां के साथ रिश्तों में आई खटास की चर्चा के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को विधान सभा में बताया कि वह रामपुर के दिग्गज नेता के लिए कितने फिक्रमंद रहे हैं। अखिलेश ने आजम खां पर ताबड़तोड़ मुकदमे लगाने और बरेली की भोजीपुरा सीट के सपा विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप ढहाने को सरकार की भेदभाव पूर्ण और विपक्ष को डराने की नीयत से की गई कार्रवाई बताया।
सदन में सामने बैठे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुखातिब होकर बोले, आप अंग्रेजों की तरह 'फूट डालो और राज करो' की नीति अपना कर विपक्ष को भी बांटना चाहते हैं। यह बात और है कि अपने संबोधन के दौरान उन्होंने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके पास बैठे उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के रिश्तों पर कई बार भांजी मारने की कोशिश की।
राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार की ओर से लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव में संशोधन का प्रस्ताव रखते हुए अखिलेश ने कहा कि सरकार ने आजम के खिलाफ राजनीतिक द्वेषवश लोगों को डरा-धमका कर झूठे मुकदमे दर्ज करवाए हैं। इतने मुकदमे किसी राजनेता पर नहीं लगे। यह भी बताया कि उन्होंने रामपुर के जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से निवेदन किया था कि आजम खां पर झूठे मुकदमे न दर्ज कराये जाएं। फिर मुख्यमंत्री की ओर देखकर बोले कि आप केवल डराना चाहते हैं।
इससे पूर्व अखिलेश ने राज्यपाल के अभिभाषण को सरकार के झूठ का दस्तावेज बताते हुए योगी सरकार को इतिहास की सबसे विफल सरकार बताया। कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है। बहन-बेटियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं आए दिन हो रही हैं। यह नफरत, भ्रष्टाचार को बढ़ाने वाली और महंगाई को चरम सीमा पर ले जाने वाली सरकार है। इसके पास रोजगार की कोई ठोस योजना नहीं है। राज्यपाल के अभिभाषण में इन समस्याओं का कोई समाधान नहीं दिखता।
नीति आयोग के आंकड़ों का हवाला देकर कहा कि शिक्षा के सूचकांक में उप्र नीचे से चौथे स्थान पर है जबकि स्वास्थ्य में सबसे निचले पायदान पर है। देश में गरीबी बढ़ाने में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका है। अभिनव प्रयोगों में उत्तर प्रदेश का 16वां और भुखमरी में चौथा स्थान है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों का हवाला देकर कहा कि फर्जी मुठभेड़ों, साइबर क्राइम, महिलाओं के खिलाफ अपराध और दलित उत्पीडऩ के सर्वाधिक मामले उत्तर प्रदेश के हैं। योगी सरकार उप्र में विकास को नहीं, सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। बुलडोजर चलाने से विकास नहीं होता। यहां जनप्रतिनिधि नहीं, अधिकारी सरकार चला रहे हैं।