Ajit Singh Murder Case in Lucknow: इनामी गिरधारी की तलाश में कई जिलों की पुलिस, नेपाल भागने की आशंका
30 सितंबर 2019 को वाराणसी सदर तहसील में हुई चर्चित नितेश हत्याकांड में भी गिरधारी का नाम सामने आया था। पुलिस की टीमें गिरधारी को दबोचने के लिए लगाई गई थीं लेकिन विफल साबित हुईं। गिरधारी को पूर्वांचल के एक बाहुबली पूर्व सांसद का संरक्षण भी प्राप्त है।
लखनऊ, जेएनएन। अजीत सिंह की साथियों संग मिलकर हत्या करने वाला एक लाख का इनामी गिरधारी पुलिस की पकड़ से दूर है। हमलावरों के नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है। हमलावरों में एक अन्य बदमाश का नाम उजागर हुआ है, जो मऊ जिले के कबूतरा गांव का रहने वाला है। गिरधारी की तलाश में लखनऊ के अलावा वाराणसी, आजमगढ़ और मऊ की पुलिस भी लगी है। सूत्रों का कहना है कि पिछले छह माह से वाराणसी एसटीएफ गिरधारी की तलाश कर रही है, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
30 सितंबर 2019 को वाराणसी सदर तहसील में हुई चर्चित नितेश हत्याकांड में भी गिरधारी का नाम सामने आया था। पुलिस की टीमें गिरधारी को दबोचने के लिए लगाई गई थीं, लेकिन विफल साबित हुईं। गिरधारी को पूर्वांचल के एक बाहुबली पूर्व सांसद का संरक्षण भी प्राप्त है। वहीं, कबूतरा गांव निवासी दूसरा बदमाश भी पूर्व सांसद का करीबी है। ऐसे में पुलिस अब बदमाशों और पूर्व सांसद के कनेक्शन की पड़ताल कर रही है। सूत्रों का कहना है कि अजीत हत्याकांड में पूर्व सांसद के खिलाफ पुलिस शिकंजा कस सकती है। उधर, अजीत के हत्यारे भूमिगत हैं। खास बात यह है कि पुलिस को अभी तक यह जानकारी नहीं हो सकी है कि बदमाश भागकर कहां गए हैं।
सीसी फुटेज से मिले सुराग
विभूतिखंड पुलिस को सीसी फुटेज से कुछ सुराग मिले हैं। फुटेज में बदमाशों की गतिविधियां कैद मिली हैं। इसकी मदद से पुलिस ने दूसरे बदमाश की पहचान की है। आजमगढ़ से हत्यारों के मददगारों के साथ आए प्रिंस से शनिवार को भी पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस प्रिंस की भूमिका की छानबीन कर रही है। आजमगढ़ से प्रिंस के बारे में जानकारी भी की गई है। माना जा रहा है कि पुलिस प्रिंस के खिलाफ कार्रवाई करेगी।