पानी रिसने से कमजोर हो रहा ऐशबाग फ्लाईओवर
जलकल की लापरवाही के कारण ऐशबाग पुल पर पानी का रिसाव हो रहा है। इससे सरिया में जंग लग गई है। नई दिल्ली की केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान की टीम ने इसके प्रति आगाह किया है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता : ऐशबाग फ्लाईओवर से पानी की दो मुख्य पाइप लाइन (दस-दस इंच व्यास) भी जा रही हैं। लाइन से हो रहा लीकेज ऐशबाग फ्लाईओवर को कमजोर कर रहा है। हर दिन होने वाले रिसाव से ही सरिया में जंग लग गई थी। दैनिक जागरण ने गुरुवार को इसकी पड़ताल की तो वहां पानी का बहाव दिखा तो नीचे से देखने पर पुल में दरार भी नजर आई। एक जगह पुल की सरिया में जंग भी लगी थी।
लोकनिर्माण विभाग पूर्व में भी यह चेतावनी जारी कर चुका है कि पानी की लाइन से रिसाव से फ्लाईओवर के लिए खतरा बढ़ सकता है। पाइप लाइन की मरम्मत कराने को कहा था लेकिन जलकल महकमा लापरवाह ही बना रहा। नई दिल्ली की केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान की टीम ने जब फ्लाईओवर की खामियां गिनाते हुए उसे खतरनाक घोषित किया तो प्रशासन सतर्क हुआ। केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान की टीम ने अपनी छह सितंबर की जांच रिपोर्ट में ऐशबाग फ्लाई ओवर में आ गई दरारों को देखते हुए भारी वाहन प्रतिबंधित करने और आवागमन सीमित करने का सुझाव मंडलायुक्त को दिया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि फ्लाईओवर की पियर संख्या तीन में वर्टिकल क्रैक्स आ गए हैं। इसी तरह पियर संख्या तीन में हीकंक्रीट एवं रेनफोर्समेंट (सरिया) में जंग का प्रतिशत अधिक और पियर कैप ( जहां बीम रखी जाती है) में भी क्रैक्स आ गई हैं। यहां भी सरिया में जंग लगी पाई गई थी। हर दिन करीब पचास हजार लोग (वाहन समेत) इस फ्लाईओवर का उपयोग करते हैं। नाका से ऐशबाग, हैदरगंज राजाजीपुरम, मोहान रोड समेत कई इलाकों को जोड़ने वाले इस फ्लाईओवर से भारी वाहन भी गुजरते हैं, क्योंकि आसपास व्यावसायिक गतिविधियां होने और ऐशबाग में आरा मशीनें होने से माल की ढुलाई भी फ्लाईओवर से ही होती है। सचिवालय समेत हजरतगंज व आसपास के इलाकों में नौकरी करने आने वाले भी इसी फ्लाईओवर का उपयोग करते हैं।
पुल को न होने पाए कोई क्षति
मंडलायुक्त अनिल कुमार गर्ग ने ऐशबाग पुल के बाबत डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी कलानिधि नैथानी को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। कमिश्नर ने कहा कि उनको बुधवार को ही इसकी रिपोर्ट मिली थी। अधिकारियों को कहा गया है कि संबंधित विभागों को जो मदद दरकार हो उसे तत्काल पूरा करें ताकि किसी तरह की क्षति न होने पाए।
पानी की लाइन की होती है मरम्मत
जलकल के महाप्रबंधक एसके वर्मा, ऐशबाग फ्लाईओवर में आई खामियों के लिए पानी के रिसाव को जिम्मेदार नहीं मानते हैं। वह कहते हैं कि अगर पानी की पाइप लाइन में लीकेज होता है तो उसकी मरम्मत की जाती है।
वाहनों के लिए डायवर्जन
एएसपी ट्रैफिक रवि शंकर निम ने बताया कि जल्द ही टेक्निकल टीम द्वारा पुल का निरीक्षण कर दो-तीन दिन के अंदर डायवर्जन प्लान लागू कर दिया जाएगा। इसके तहत बासमंडी से ऐशबाग पुल को जाने वाले वाहन चारबाग के रास्ते मवैया, आलमबाग और भूसा मंडी के रास्ते ऐशबाग और बाजारखाला की ओर जाएंगे। वहीं, ऐशबाग की ओर से आने वाले वाहन भी उपरोक्त मार्ग से नाका या बासमंडी की ओर जा सकेंगे। पुल पर भारी वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए दोनों ओर ओवर हाइट बैरियर लगाने की कवायद शुरू कर दी गई है।