संकट में राज्यसभा चुनाव में पाला बदलने वाले, खतरे में विधायकी
राज्यसभा चुनाव में पाला बदलने वाले विधायकों के नाम सार्वजनिक होते ही पार्टी ने कार्रवाई शुरू कर दी है। निलंबन, बर्खास्तगी और सदस्यता पर संकट सामने है।
लखनऊ (जेएनएन)। राज्यसभा चुनाव में पाला बदलने वाले विधायकों के नाम सार्वजनिक होते ही उनकी पार्टी ने कार्रवाई शुरू कर दी है। तात्कालिक तौर पर दल से निलंबन और बर्खास्तगी की गई है जबकि निकट भविष्य में उनकी सदस्यता पर भी संकट खड़ा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ लोगों की विधायकी भी खतरे में है।बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कई विधायकों की भूमिका उजागर कर दी। उनके द्वारा रालोद विधायक सहेंद्र चौधरी की भूमिका संदिग्ध बताते ही रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने छपरौली के अपने विधायक सहेंद्र सिंह को पार्टी के निर्देशों के विरूद्ध कार्य करने के आरोप में निष्कासित कर दिया है।
मायावती ने खुद अपने विधायक अनिल सिंह को निलंबित कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने भी नितिन अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इस दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपनी पार्टी के विधायक कैलाश सोनकर और त्रिवेणी राम से स्पष्टीकरण मांगा है। राजभर ने कहा कि उन्होंने मीडिया में आ रही खबरों का संज्ञान लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा है। उधर, निषाद दल के अध्यक्ष संजय सिंह ने विधायक विजय मिश्र को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। माना जा रहा है कि ये दल विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के लिए भी वैधानिक पहल कर सकते हैं।