लॉकडाउन के बाद यूपी में बढ़ने लगे जांच एजेंसियों के थमे कदम, कई केस की विवेचना में आई तेजी
ईओडब्ल्यू एसआईटी और ईडी जैसी जांच एजेंसियों ने बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में विभिन्न मामनों में जांच के कदमों को बढ़ाना शुरू कर दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू), विशेष जांच दल (एसआईटी) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी जिन जांच एजेंसियों के कदम भी थम गए थे, अब उनमें फिर रफ्तार आनी शुरू हो गई है। विवेचकों ने बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में विभिन्न मामनों में जांच के कदमों को बढ़ाना शुरू कर दिया है। बहुचर्चित बाइक बोट घोटाला और आइपीएस अधिकारी अजय पाल शर्मा के मामले में जांच एजेंसियों ने जांच का दायरा बड़ा दिया है। जल्द एसआइटी इस मामले में आइपीएस अधिकारी अजय पाल व अन्य से पूछताछ भी कर सकती है।
आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में आठ जून को छापेमारी की और उसके जांच के कदम बढ़ना शुरू हो गए हैं। ईओडब्ल्यू के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी हरकत में आ गया है। बाइक बोट घोटाले को लेकर ही दोनों एजेंसियों के अधिकारियों के बीच 18 जून को बैठक तय है। माना जा रहा है कि इसके बाद ईडी भी जल्द आरोपित बसपा नेता संजय भाटी व अन्य की संपित्तयों की छानबीन तेज करेगी।
ऐसे ही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आइपीएस अधिकारी अजय पाल शर्मा की कथित पत्नी की ओर से लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज मुकदमे की जांच में तेजी लाई है। लॉकडाउन बीतने के बाद एसआइटी ने गाजियाबाद जेल में निरुद्ध महिला के बयान दर्ज किए हैं। जल्द एसआइटी इस मामले में आइपीएस अधिकारी अजय पाल व अन्य से पूछताछ भी कर सकती है। विजिलेंस ने भी कुछ पुराने मामलों में जांच तेज की है। पुलिस की जांच एजेंसियों में जल्द कुछ अधिकारियों की तैनाती की भी चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि अगली तबादला सूची में जांच एजेंसियों में भेजे जाने वाले अधिकारियों के नाम भी शामिल होंगे।
बता दें कि बाइक बोट घोटाले में उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध एवं अनुसंधान शाखा (ईओडब्लू) ने दो दिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ समेत कई अलग-अलग स्थानों पर छापा मारा। सोमवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने अलग-अलग जिलों में छापे मारकर 178 बाइकों को बरामद किया था। इसके बाद टीम ने गुरुवार को मेरठ में छापा मार कर 45 बाइकों को बरामद किया है।