UP के स्कूलों में कोर्स पूरा करवाने के लिए एक घंटा अतिरिक्त होगी पढ़ाई, सभी बीएसए को दिए निर्देश
यूपी में अभी सरकारी प्राइमरी स्कूल और पूर्व माध्यमिक स्कूलों में गर्मियों में पांच घंटे व सर्दियों में छह घंटे पढ़ाई करवाई जाती है। अब आगे एक घंटा अतिरिक्त पढ़ाई होगी।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब एक घंटा अधिक पढ़ाई करवाई जाएगी। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी ने सभी जिलों के बीएसए को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन के बाद जब भी नए सत्र में स्कूल खोले जाएंगे तो एक घंटे अतिरिक्त कक्षाएं चलेंगी। इन स्कूलों में पढ़ रहे करीब 1.80 करोड़ विद्यार्थियों के छूटे हुए कोर्स को पूरा करवाने के लिए यह कवायद की जाएगी।
अभी सरकारी प्राइमरी स्कूल और पूर्व माध्यमिक स्कूलों में गर्मियों में पांच घंटे व सर्दियों में छह घंटे पढ़ाई करवाई जाती है। अब आगे एक घंटा अतिरिक्त पढ़ाई होगी। सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को निर्देश दिए गए हैं कि वह शिक्षकों को अभी से इसके लिए तैयार रहने को कहें।
उधर, दीक्षा पोर्टल के माध्यम से व अन्य संसाधनों की मदद से अभी ऑनलाइन कक्षाएं जो चलाई जा रही हैं उनमें 60 प्रतिशत शिक्षक सहभागिता कर रहे हैं। ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी आयोजित हो रही हैं, मगर कोर्स पूरा करवाने के लिए शायद यह काफी नहीं है। ऐसे में अभी 40 दिन के लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों का कोर्स काफी पिछड़ गया है। ऐसे में अब एक घंटा अधिक पढ़ाई करवाई जाएगी।
1.80 करोड़ बच्चों को एमडीएम का राशन देने की मंशा
उत्तर प्रदेश के सरकारी व सहायताप्राप्त प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूलों के 1.80 करोड़ बच्चों को लॉकडाउन अवधि का मिड-डे मील राशन व कन्वर्जेंस कॉस्ट देने की मंशा है। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि जब स्कूल खुलेंगे तो अभिभावकों के फोन नंबर लेकर उनके बैंक खातों में डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत कन्वर्जेंस कॉस्ट की धनराशि ट्रांसफर की जाएगी। पहली अप्रैल 2020 से प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए मिड-डे मील की कन्वर्जेंस कॉस्ट 4.97 रुपये और जूनियर हाईस्कूल के के लिए 7.45 रुपये प्रति बच्चा प्रतिदिन तय की गई है। हर बच्चे के हिस्से में जितना राशन आता है उसकी गणना करके उनके घरों में दिया जाएगा।