सिंगापुर के मैडम तुसाद म्यूजियम में गांधी, मोदी, बच्चन जैसी हस्तियों के बीच काजोल
एक पुतला बनाने में लगभग तीन लाख सिंगापुर डॉलर यानी भारतीय रुपये में तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आता है।
सिंगापुर [अजय जायसवाल]। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और सदी के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और सदी के क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी। सिंगापुर के तुसाद म्यूजियम में देश विदेश के 65 विख्यात लोगों के मोम के पुतले लोगों को हैरत में डाल देते हैैं। 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे फेम फिल्म अभिनेत्री काजोल की इस क्लब में नयी इंट्री है और शुक्रवार को वह अपनी ही हमशक्ल के रूप में पुतले को देख चकित थीं। उनकी 14 साल की बेटी न्यासा के चेहरे पर भी अचरज के भाव थे। उनके पति अजय देवगन इस मौके पर नहीं पहुंच सके लेकिन मां-बेटी अनावरण के इस मौके पर भावुक थीं। पद्मश्री काजोल ने कहा-'यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गौरव की बात है।
सिंगापुर के संटोसा द्वीप का नैसर्गिक सौंदर्य पर्यटकों को खुद ही खींचता है। अब यहां आकर्षण के रूप में मैडम तुसाद का संग्रहालय भी है जो नामचीन हस्तियों के मोम के पुतलों की वजह से जाना जाता है। 2014 में बनाए गए इस संग्रहालय में दुनिया के 65 से अधिक ख्यातिलब्ध लोगों के पुतले पहले से ही हैैं। पर्यटक इनके साथ सेल्फी लेकर खुद को खुशनसीब समझते हैं। म्यूजियम के प्रमुख (बिक्री) जाबिन लिम ने बताया कि किसी भी पुतले को बनाने में पांच से छह माह लगते हैं। काजोल का पुतला बनाने की प्रक्रिया भी लगभग छह माह पहले शुरू की गई थी।
पुतला वैसा ही बने, इसके लिए हमारे कलाकार 350 से ज्यादा माप (मेजरमेंट) लेते हैं। बालों और आंखों से लेकर त्वचा के रंग तक का पूरा ब्योरा जुटाकर उसे बेहद बारीकी से मिलाया जाता है। उन्होंने बताया कि एक पुतला बनाने में लगभग तीन लाख सिंगापुर डॉलर यानी भारतीय रुपये में तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आता है। एक सवाल पर लिम ने बताया कि वह कुछ और भारतीय अभिनेत्रियों के पुतले बनाने पर काम कर रहे हैं लेकिन नाम गोपनीय ही रखा। किस महान हस्ती का पुतला लगाया जाए इसके चयन में लोगों के सुझाव की भी अहम भूमिका होती है।
स्क्रिप्ट अच्छी होने पर ही करूंगी फिल्म : काजोल
पुतले के अनावरण के मौके पर मुंबई से सिंगापुर पहुंची काजोल ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि अच्छी स्क्रिप्ट होने पर ही वह फिल्म करेंगी। उन्होंने बताया कि वह अन्य कामों में बहुत व्यस्त हैं लेकिन स्क्रिप्ट अच्छी हो तो फिल्में करने को भी तैयार हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह अजय देवगन के साथ भी फिलहाल कोई फिल्म नहीं करने जा रही हैं। इस मौके पर मौजूद बेटी न्यासा के बारे में बताया कि वह सिंगापुर में ही पढ़ रही है। कैरियर के सवाल पर कहा कि अभी तो वह 14 वर्ष की है। सिंगापुर में अब तक अपनी किसी फिल्म की सूटिंग न होने पर काजोल ने यह खूबसूरत और अनुशासित देश है। मैं तो चाहूंगी कि यहां भी शूटिंग करूं।
माधुरी दीक्षित का पुतला भी है यहां
भारतीयों की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, रणधीर कपूर, माधुरी दीक्षित आदि के पुतले पहले से ही लगे हैं। म्यूजियम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी जगह दी गई है। म्यूजियम के मैनेजर (ट्रेड सेल्स) डिफरे लिम ने बताया कि यहां अभिनेता अनिल कपूर का पुतला था जो इस समय दिल्ली के मैडम तुसाद संग्रहालय में है। उन्होंने बताया कि लंदन सहित कई देशों में स्थापित मैडम तुसाद म्यूजियम में विभिन्न हस्तियों के पुतले एक से दूसरे में जाते-आते रहते हैं।