Double murder case in Gonda : जिला पंचायत सदस्य समेत दस गिरफ्तार, एसएचओ निलंबित
गोंडा में शुक्रवार को अंधाधुंध फायरिंग कर कॉलेज के प्रबंधक व सपा से जुडे़ देवेंद्र प्रताप सिंह की हत्या कर दी गई थी।
गोंडा, जेएनएन। हत्या के मामले में गोंडा, जेएनएन। उमरी बेगमगंज थाने के परास गांव में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य समेत दस को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपितों पर रासुका लगाने की तैयारी कर रही है। इससे पहले ही उमरी बेगमगंज थाने के एसओ को निलंबित कर दिया गया है। शुक्रवार की शाम को परास गांव में मनरेगा मजदूरी के भुगतान को लेकर हुई फायरिंग में समला देवी स्मारक इंका के प्रबंधक व सपा से जुड़े देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह व कन्हैया पाठक की मौत हो गई थी।
इस मामले में लाठी सिंह के भाई विजय कुमार सिंह समेत चार घायल हो गए थे, जिन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक आरके नैय्यर ने उमरी बेगमगंज के एसओ ओम प्रकाश चौहान को निलंबित कर दिया है। उनकी जगह सर्विलांस सेल प्रभारी अतुल चतुर्वेदी को नया प्रभारी बनाया है। वहीं, इस मामले में आरोपित जिला पंचायत सदस्य अतुल सिंह समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इनके पास से शस्त्र बरामद करने का दावा कर रही है। आरोपितों के विरुद्ध लिखा पढ़ी की जा रही है।एसपी के मुताबिक आरोपितों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई किए जाने की तैयारी की जा रही है।
यह है पूरा मामला
उमरीबेगमगंज थाना क्षेत्र के मझवार गांव में अधिकारियों के पास शिकायत आई थी कि मनरेगा मजदूरों के खाते से कुछ लोग पैसे निकलवा रहे हैं। इस शिकायत की जांच करने के लिए शुक्रवार को जांच टीम संबंधित गांव सत्यापन के लिए भेजी गई थी। रास्ते में जांच टीम के सदस्यों ने समला देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक सपा से जुड़े देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ लाठी सिंह से संगमपुरवा गांव का रास्ता बताने को कहा। जिस पर वह जांच टीम के साथ अपने साथियों को लेकर पहुंच गए।
वहां पर पहले से एकत्र लोगों ने उन्हें देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। जिससे लाठी सिंह, कन्हैया पाठक, विजय सिंह टिंटू व तीन अन्य घायल हो गए। गांव में अफरातफरी का माहौल हो गया। घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। जहां पर घायल देवेंद्र प्रताप उर्फ लाठी सिंह व कन्हैया पाठक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस मामले में जिला पंचायत सदस्य अतुल सिंह परास व उनके सहयोगियों के ऊपर आरोप लगाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने लिया घटना का संज्ञान
फायरिंग की घटना में दो लोगों की मौत का सीएम योगी ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। दोषियों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने लॉक डाउन के दौरान हुई इस घटना पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी चेतावनी दी थी।