लखनऊ में लग्जरी कारों की चोरी के मामले में दो अरेस्ट, मास्टरमाइंड की तलाश Lucknow News
बादशाहनगर स्थित कनक कार बाजार से चोरी हुई थीं आठ गाडिय़ां। केजीएमयू परिसर में अलग-अलग पार्किंग में खड़ी की थीं कारें अन्य की तलाश जारी।
लखनऊ, जेएनएन। बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के पास कनक कार बाजार से चोरी हुई आठ गाडिय़ों में से पुलिस ने चार लग्जरी कारें बरामद कर ली हैं। 24 घंटे के भीतर पुलिस टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। अभी चार गाडिय़ां व दो फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक आरोपितों ने केजीएमयू की अलग-अलग पार्किंग में चार गाडिय़ां खड़ी की थीं। गिरोह का सरगना अभी फरार है, जिसके पास चोरी की शेष गाडिय़ां रखी हैं। जल्द ही अन्य आरोपितों को भी दबोच लिया जाएगा।
इनसे बरामद हुईं गाडिय़ां
पुलिस ने मूलरूप से हरदोई के अटिया शाहपुर बेनीगंज निवासी रामजी शुक्ला उर्फ श्याम और बांगरमऊ उन्नाव निवासी दीपक चौरसिया को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपितों के पास से बीएमडब्ल्यू, एक इंडिवर, ऑडी और आइ 20 कार बरामद की गई है। वहीं गिरोह के सरगना श्रावस्ती के सेमरी इकौना निवासी रंजीत उर्फ मंगलेश और मोनू की तलाश की जा रही है, जिनके पास से एक आइ 20, फॉच्र्यूनर और दो इनोवा की बरामदगी शेष है।
इन स्थानों पर मिली फुटेज
पुलिस का कार बाजार के बाहर, डालीगंज पुल, आइटी चौराहा और मेडिकल कॉलेज चौराहे पर फुटेज में आरोपित कार ले जाते दिखे थे। फुटेज की मदद से पुलिस ने केजीएमयू परिसर की पार्किंग में छानबीन की तो उन्हें गाडिय़ां मिल गईं, जिसके बाद आरोपितों को दबोच लिया गया।
नेपाल ले जाने की थी योजना
चोरी की गाडिय़ों को आरोपित नेपाल ले जाने की तैयारी में थे। पुलिस को अगर मंगलवार रात में गाडिय़ों के बारे में न पता चलता तो अब तक चारों वाहन नेपाल जा चुके होते। पुलिस अब दो फरार आरोपितों की लोकेशन का पता लगा रही है। यही नहीं, नेपाल सीमा पर भी चोरी की गाडिय़ों के बारे में जानकारी दे दी गई है।
व्यापािरियों ने दी थी ये चेतावनी
बता दें, बीते दिन मंगलवार को महानगर थाना क्षेत्र के बादशाह नगर में कनक कार सेल्स से आठ लग्जरी चारपहिया वाहनों की चोरी से व्यापारियों में आक्रोश है। उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता की अगुवाई में मौके पर पहुंचकर व्यापारियों ने आक्रोश जताते हुए कहा था कि वाहनों को 48 घंटे में बरामद किया जाए। बरामदगी न होने पर व्यापारी सड़कों पर उतरेंगे।