Ayodhya Case Verdict: दीपोत्सव के बाद रामनगरी में मना निर्णयोत्सव, सरयू नदी पर की आरती
अयोध्यावासियों का पांच सदी का इंतजार खत्म हुआ। अयोध्या के सदैव के लिए निर्विवादित होने का निर्णयोत्सव मनाया गया।
अयोध्या [नवनीत श्रीवास्तव]। वनवास से अयोध्या वापस लौटने पर दीपावली मनाई गई थी। प्रदेश में योगी सरकार बनी तो दीपोत्सव आरंभ हुआ। शनिवार को इसी कड़ी में एक और यादगार दिन जुड़ा। निर्णयोत्सव...। अयोध्यावासियों का पांच सदी का इंतजार खत्म हुआ। दिन भर टीवी से चिपके रहे लोग शाम को घरों से बाहर निकले और अयोध्या के सदैव के लिए निर्विवादित होने का निर्णयोत्सव मनाया गया। अयोध्यावासियों के लिए बेहद भावुक कर देने वाला यह दिन हमेशा के लिए यादगार बन गया। दीपावली के ठीक 12 दिन बाद शनिवार को शाम सात बजते-बजते अयोध्या की नगर, गलिया, मंदिर और घर दीपों से गुलजार हो उठे। क्या व्यापारी, क्या बुजुर्ग, क्या महिलाएं और क्या बच्चे... सब की खुशी दीपों की जलती हुई लौ से प्रकट हुई।
यूं भी अयोध्या अपनी सांस्कृतिक विरासत के नाते दुनिया भर में प्रतिष्ठित है। शनिवार को अयोध्यावासियों ने अपनी इसी विरासत के अनुरूप इस दिन को यादगार बनाया। यह दिन दिखाने के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करते लोगों की भावनाएं शाम के समय दीपों की टिमटिमाती लौ के रूप में प्रज्वलित हुईं तो अयोध्या अलौकिक श्रृंगार से विभूषित नजर आई।
हनुमानगढ़ी तिराहे से लेकर नए घाट तक मार्ग के दोनों ओर लोगों ने दीपमालाएं सजाईं। कहीं स्वास्तिक बनाया गया तो कहीं दीपों की श्रृंखला बनाई गई। इसके बाद यह सिलसिला जिले भर में चल निकला। अयोध्या से जुड़े भूमि विवाद रूपी वनवास के खत्म होने पर लोगों ने अपने भावों को घरों की छतों और द्वार पर दीयों को जलाकर व्यक्त किया।