UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव से पहले AAP का फोकस पंचायत चुनाव पर, UP सरकार पर लगातार तेज हमला
UP Assembly Election 2022 उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी आम आदमी पार्टी ने काफी पहले ही कर दी थी। लोकसभा चुनाव 2019 में प्रत्याशी उतारने वाली आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के पंचायत के चुनाव में भी अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है।
लखनऊ, जेएनएन। दिल्ली में लगातार तीन बार सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी ने अब उत्तर प्रदेश की ओर कदम बढ़ा दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एलान किया है कि आम आदमी पार्टी 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी आम आदमी पार्टी ने काफी पहले ही कर दी थी। लोकसभा चुनाव 2019 में अपने 50 से अधिक प्रत्याशी उतारने वाली आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के पंचायत के चुनाव में भी अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है। पंचायत चुनाव से आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपनी जड़ मजबूत करेगी। प्रदेश में 31 मार्च 2021 तक पंचायत चुनाव होने हैं। किसानों के साथ ही खांटी वोटर पर अपनी पकड़ बनाने के मकसद से पार्टी गांव की ओर रूख कर रही है।
आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को उत्तर प्रदेश में काफी पहले से सक्रिय कर दिया है। आम आदमी पार्टी बीते एक वर्ष से उत्तर प्रदेश में काफी सक्रिय है। आप से राज्यसभा के सदस्य तथा उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोल रहे हैं। संजय सिंह उत्तर प्रदेश में काफी सक्रिय हो गए हैं। संजय सिंह को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है, जिन्होंने राजधानी लखनऊ में पार्टी का राज्य कार्यालय बनाकर गतिविधियों को गति भी प्रदान कर दी है। इनका फोकस युवा पर है।
आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा है कि उत्तर प्रदेश की बदहाल स्थिति को देखते हुए उनकी पार्टी 2022 का विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार आई, लेकिन अपने घर भरने के सिवा किसी ने उत्तर प्रदेश तथा प्रदेश की जनता के लिए कुछ नहीं किया। आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए उत्तर प्रदेश के लोगों को दिल्ली आना पड़ता है। उत्तर प्रदेश में अभी तक जिस भी दल की सरकार बनी है, उनसे सिर्फ इस प्रदेश को लूटने का काम किया है। आज उत्तर प्रदेश को प्रगति की राह पर चलने से गंदी राजनीति और भ्रष्ट नेता रोक रहे हैं। आज यूपी की राजनीति में सही और साफ नीयत की कमी है और वो केवल आम आदमी पार्टी के पास है। दिल्ली के बाद पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी ने इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी पंजाब तथा दिल्ली में अपने प्रत्याशी उतारे थे।
बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं
केजरीवाल ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश में किसी भी बड़े दल के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन करने के मूड में नहीं है, लेकिन छोटे दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरने से उनको कोई परहेज भी नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भले ही बिजली कम आती है, लेकिन बिजली बिल ज्यादा आता है। उत्तर प्रदेश में बिजली फ्री क्यों नहीं है। प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। हमारे पास नीयत की कमी नहीं है। हम बीते दस वर्ष से भी अधिक के समय से दिल्ली में सरकार चला रहे हैं। अब लोग दिल्ली में सभी दलों को भूल गए हैं। उत्तर प्रदेश के लोग भी अपने बड़े काम कराने दिल्ली ही आते हैं।