खराब मिट्टी, भूमि विवाद में फंस गया नगर निगम का अपार्टमेंट
जागरण संवाददाता, लखनऊ: नगर निगम की अपार्टमेंट योजनाओं पर ग्रहण कम होता नहीं दिख रहा है। अब पा
जागरण संवाददाता, लखनऊ:
नगर निगम की अपार्टमेंट योजनाओं पर ग्रहण कम होता नहीं दिख रहा है। अब पारा में 11 मंजिला आवासीय योजना खराब मिट्टी और जमीन के विवाद में फंस गई है। यहां मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी नहीं पाई गई है, जो 11 मंजिल अपार्टमेंट का भार सह सके तो दूसरी तरफ जमीन के एक टुकड़े मिल्कियत का विवाद होने से काम बंद हो गया है।
पारा और सदरौना के बीच की जमीन पर यह विवाद है। दरअसल नगर निगम के तहसील विभाग की पैमाइश रिपोर्ट में ही छेद निकल गया और उपलब्ध कराई गई जमीन का विवाद खड़ा हो गया। नगर निगम का यह अपार्टमेंट पारा में बनाया जाना है। वहां खोदाई भी चालू हो गई थी। नगर निगम के तहसील विभाग की तरफ से खसरा नंबर 1686, 1696, 1766, 1767, 1770, 1771 और 1772 उपलब्ध कराई थी। यहां निर्माण का जिम्मा चार निजी कंपनियों को दिया गया था। करीब 1600 वर्गमीटर में चारदीवारी और खोदाई काम भी चालू हो गया था। करीब 90 करोड़ की इस योजना पर तब ब्रेक लगा, जब एक किसान की जमीन बीच में आ गई। सही तरह से पैमाइश न होने के कारण यह चूक नगर निगम की तरफ से हो गई, लिहाजा जमीन के मालिक ने काम बंद करवा दिया। इसमे सदरौना नगर निगम सीमा से बाहर है, जबकि पारा नगर निगम क्षेत्र में। जमीन को अपनी बताने वाले लोग पारा की उस जमीन को भी अपनी बता रहे हैं,जहां निर्माण होना है। नगर निगम के नगर अभियंता एसएफए जैदी का कहना है कि जहां नगर निगम के तहसील विभाग ने जमीन उपलब्ध कराई थी, वहां निर्माण चालू कराया था लेकिन जमीन का कुछ भाग विवादित निकल गया था। जमीन के समायोजन से मामले का हल निकाल लिया गया है। जल्द ही काम चालू हो जाएगा। मिट्टी की गुणवत्ता खराब
नगर अभियंता एसएफए जैदी का कहना है कि पारा में जहां 11 मंजिला अपार्टमेंट का निर्माण होना है, वहां मृदा परीक्षण में मिट्टी की गुणवत्ता खराब पाई गई है। अब अपार्टमेंट के लिए नई डिजाइन बनाई जा रही है, जिससे आगे कोई खतरा न हो।