आशियाना व यहियागंज समेत कई गुरुद्वारों में हुआ विशेष प्रकाश
गुरुद्वारा नाका हिंडोला से फूलों की बारिश और पंच प्यारे की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को डीएवी पीजी कॉलेज मैदान में सजे दरबार में स्थापित किया गया।
लखनऊ, जेएनएन। फूलों से सजा दरबार, मत्था टेकतीं संगतें और लंगर छकते लोग। शुक्रवार को शहरभर के गुरुद्वारों में गुरु नानक देव के प्रकाशोत्सव पर सेवा और आस्था का ऐसा ही समागम देखने को मिला। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से डीएवी कॉलेज मैदान में आयोजित मुख्य प्रकाशोत्सव में राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लिया।
गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव के तहत गुरुद्वारा नाका हिंडोला से फूलों की बारिश और पंच प्यारे की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को डीएवी पीजी कॉलेज मैदान में सजे दरबार में स्थापित किया गया। रागी भाई राजिंदर सिंह ने आसादीवार के बाद शबद पेश किए तो जम्मू से आए रागी भाई जगतार सिंह ने सतगुर नानक प्रगटिया मिटी धुधुं जगि जानणु होआ.. शबद सुनाकर सभी को निहाल किया। हेड ग्रंथी ज्ञानी दविंदर सिंह ने गुरु की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। रागी भाई जसविंदर सिंह ने कहु नानक हम नीच करमा, शरण परे की राखहु सरमा...सुनाकर संगतों को निहाल किया।
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ ही महापौर संयुक्ता भाटिया, उप्र अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह, उप्र पंजाबी अकादमी के उपाध्यक्ष इकबाल सिंह सहित कई गणमान्य लोगों को शिरोपा देकर सम्मानित किया। प्रकाशोत्सव में उप्र सिंधी अकादमी के उपाध्यक्ष नानक चंद लखमानी, सतपाल सिंह, राजेंद्र सिंह व मनमोहन सिंह हैप्पी समेत कई साधक मौजूद थे।
जोड़े की सेवा की उत्सुकता
डीएवी पीजी कॉलेज मैदान में एक ओर जहां प्रकाशोत्सव पर दरबार सजा था तो दूसरी ओर जोड़े की सेवा (लोगों के जूते चप्पल जमा करने का कार्य) करने की उत्सुकता भी नजर आई। पेशे से बिजनेसमैन जसपाल सिंह की उम्र भले ही 60 साल से ऊपर थी, लेकिन बचपन से जोड़े की सेवा करने की लगन अभी तक कम नहीं हुई। न्यायालय में गरीबों को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता आरपी सिंह भी उनसे कम नहीं थे। टोकन देकर जूते-चप्पल हाथ में लेकर उन्हें रखने की उत्सुकता युवाओं को प्रेरित कर रहा था।
लंगर के साथ लगा मेला
डीएवी कॉलेज में जलेबी से शुरू हुआ लंगर आइसक्रीम और छोले चावल, दाल परसादा और देशी घी के हलवे के साथ समाप्त हुआ। गुरदीप सिंह सभी को जलेबियां बांट रहे थे तो गुरुद्वारे के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा की ओर से आइसक्रीम बांटी जा रही थी। वहीं दूसरी ओर बच्चों के लिए मिकी माउस का इंतजाम था तो परिसर में लगे मेले में कंघा, कृपाण व कड़ा खरीदने वालों का तांता लगा रहा। डॉ.अनिल खन्ना और डॉ.गीता खन्ना की ओर से लगे निश्शुल्क चिकित्सा शिविर में लोगों ने स्वास्थ्य संबंधित सलाह ली।
संगतों के सम्मान के साथ सजा दीवान
गुरुद्वारा मानसरोवर कानपुर रोड में सुबह विशेष प्रकाश के साथ ही प्रकाशोत्सव पर विशेष दरबार सजाया गया। गुरुद्वारे के अध्यक्ष संपूर्ण सिंह बग्गा की ओर से संगतों को सम्मानित किया गया। गुरुद्वारा यहियागंज में भी फूलों से सजे दरबार हाल में रागी भाइयों ने शबद कीर्तन पेश किए। अध्यक्ष डॉ.गुरमीत के सानिध्य में हुए प्रकाशोत्सव का लंगर के साथ समापन हुआ। गुरुद्वारा आशियाना के अध्यक्ष जेएस चड्ढा के सानिध्य मेें न केवल विशेष दीवान सजा बल्कि चिकित्सा शिविर भी लगाया गया। इससे पहले गुरुवार को नगर कीर्तन यात्रा निकाली गई। गुरुद्वारा इंदिरानगर के जसवंत सिंह ने बताया कि सुबह छह बजे गाजेबाजे के संग नगर कीर्तन यात्रा निकाली गई। यात्रा कई मार्गों से होती हुई वापस गुरुद्वारे पर समाप्त हुई। गुरुद्वारा आलमबाग, चंदरनगर, सिंगार नगर, निशातगंज, गोमतीनगर समेत कई गुरुद्वारों में विशेष प्रकाश हुआ।