सर्वे में मिली नकदी का नहीं मिला हिसाब, 44.7 लाख कैश सीज
एक फर्म पर सर्वे के दौरान आयकर टीम को मिली 47 लाख रुपये की नकदी का हिसाब फर्म नहीं दे सकी
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। अमौसी इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक फर्म पर सर्वे के दौरान आयकर टीम को मिली 47 लाख रुपये की नकदी का हिसाब फर्म नहीं दे सकी। 2.88 लाख का ब्योरा ही कंपनी के लोग प्रस्तुत कर सके। लिहाजा आयकर टीम ने शेष रुपये जब्त कर बैंक में सीजर जमा कर दिया। इसके अलावा फर्जी कंपनियों की जांच आयकर टीम ने शुरू कर दी है।
दरअसल कंपनी पर सात से साढे़ सात करोड़ रुपये का कर बकाया था। महानिदेशक आयकर आशू जैन के निर्देश पर इसी बकाया टैक्स को आयकर टीम वसूलने गयी थी। सेंट्रल सर्किल के प्रधान आयुक्त अजय श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रमुख निदेशक अमरेंद्र कुमार, संयुक्त निदेशक आरके अग्रवाल, उपनिदेशक डॉ. प्रमोद कुमार जब अमौसी इंडस्ट्रियल एरिया स्थित उक्त फर्म का सर्वे करने पहुंची तो वहां से 47 लाख रुपये कैश मिला। नियम है कि अगर दस लाख से ज्यादा की धनराशि नकद होती है तो उसकी सूचना दिया जाना जरूरी होता है, लेकिन ऐसी कोई भी सूचना विभाग के पास नहीं थी। इसका ब्योरा कंपनी के लोग नहीं दे सके। साथ ही बैंक खातों से मिलान में भी इस धनराशि का जिक्र नहीं पाया गया। लिहाजा आयकर टीम ने पैसा सीज कर लिया। आज बैंक में उसका सीजर भी जमा कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इसमें कोलकाता और दिल्ली की कई कंपनियों का नेटवर्क सामने आया है। पड़ताल शुरू हो गयी है। कई फर्जी डायरेक्टर के भी नाम सामने आये हैं, जिनकी जांच आयकर कर रहा है।