Corona In UP: सात दिन में कोरोना के 30 प्रतिशत संक्रमित बढ़े, लगातार दूसरे दिन 882 नए केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग गंभीर
यूपी में कोरोना फिर से कहर बरपाने लगा है। एक सप्ताह में कोरोना संक्रमितों की 30 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। एक साथ 882 नए संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग में भी हलचल मच गई है। लोगों को कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने के लिए बोला गया है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Corona In UP प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना के संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही मंकीपाक्स वायरस का खतरा भी तेजी से मंडरा रहा है। शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन 882 नए मरीज मिले।
यूपी में तेजी से फैल रहा है कोरोना संक्रमण
इससे पहले गुरुवार को 887 रोगी मिले थे और बुधवार को 786 संक्रमित मिले थे। करीब साढ़े पांच महीने बाद इतनी अधिक संख्या में एक दिन में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। बीते 16 फरवरी 2022 को इससे अधिक 923 मरीज मिले थे। हफ्ते भर में ही कोरोना के 30 प्रतिशत रोगी बढ़े हैं।
यूपी में अब कोरोना के कुल 4253 मरीज हैं। हफ्ते भर पहले सक्रिय केस 2966 थे। यानी एक हफ्ते में 1287 नए मरीज बढ़े हैं। नए मिल रहे मरीजों के मुकाबले कम रोगियों के स्वस्थ होने के कारण सक्रिय केस में बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे में 634 रोगी स्वस्थ हुए हैं। वहीं 78692 लोगों की कोरोना जांच की गई।
अभी तक यूपी में सबसे ज्यादा कुल 11.99 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका है। मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए लोगों से अपील की गई है कि वह कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करें। दो गज की शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें और मास्क जरूर लगाएं।
यूपी में 35 करोड़ से अधिक को लगाई गई कोरोना वैक्सीन
- उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 35 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
- प्रदेश में कोरोना के कुल 3585 सक्रिय केस में से सबसे ज्यादा 602 सक्रिय केस गौतमबुद्ध नगर में हैं।
- वहीं लखनऊ में कुल 508, गाजियाबाद में 236, वाराणसी में 183 व मेरठ में 176 सक्रिय केस हैं। देश में सबसे ज्यादा 11.98 करोड़ लोगों की कोरोना जांच यूपी में की गई है।
यूपी में भी मंकीपाक्स के संदिग्ध मामले मिले हैं। लिहाजा, सभी जिलों में कोविड अस्पतालों में 10 बेड मंकीपाक्स रोगियों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। राज्य सरकार ने अलर्ट भी जारी कर दिया है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों का सर्विलांस और प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है।