लखनऊ के कल्याण सिंह कैंसर अस्पताल में दूसरी ली नैक मशीन शुरू, मरीजों को मिलेगी राहत
लखनऊ में कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में रेडियोथेरेपी विभाग में करीब 13 करोड़ रुपये की लागत से दूसरी ली-नैक मशीन की शुरुआत हो गई। इससे कैंसर मरीज की सिकाई आसान होगी और कैंहर मरीजों के उपचार में सुविधा मिलेगी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में मरीजों को और बेहतर इलाज मिलेगा। इलाज के लिए अब इंतजार भी नहीं करना होगा। कैंसर मरीजों को संस्थान की ओर से सुविधा के तौर पर राहत की सौगात दी गई है। शुक्रवार से कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में रेडियोथेरेपी विभाग में करीब 13 करोड़ रुपये की लागत से दूसरी ली-नैक मशीन की शुरुआत हो गई। इससे कैंसर मरीज की सिकाई आसान होगी और कैंहर मरीजों के उपचार में सुविधा मिलेगी। ये कैंसर मरीजों के लिए बहुत राहत की बात होगी।
अभी कैंसर संस्थान में एक ली-नैक मशीन थी। रोजाना 60 कैंसर मरीजों की सिकाई हो पा रही थी। कैंसर मरीजों को 10 से 15 दिन बाद की तारीख दी जा रही थी। मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ता था। मरीजों और तीमारदार दोनों को ही परेशानी हो रही थी। इसी को देखते हुए मरीजों को दुश्वारियों से बचाने के लिए संस्थान प्रशासन ने दूसरी ली-नैक लगाने की कवायद तेज की।
कैंसर अस्पताल के निदेशक डॉ. शालीन कुमार के मुताबिक दूसरी ली-नैक से 60 और मरीजों की सिकाई हो सकेगी। टेक्नीशियन व दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने की कवायद चल रही है। इसके बाद दो शिफ्टों में मशीनों का संचालन होगा। प्रत्येक शिफ्ट में 100 मरीजों की सिकाई हो सकेगी। दोनों मशीनों पर 200 मरीजों की सिकाई होगी।
डॉ. शालीन ने बताया कि हम आगे अभी मरीजों को और सुविधाएं देने के हर संभव प्रयास कर रहे। संस्थान में छह ली-नैक मशीन लगाने का प्रावधान है। जिसमें से दो मशीनें लगाई जा चुकी हैं। धीरे-धीरे चार और मशीन लगाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि कैंसर मरीजों के इलाज की तीन विधियां हैं। इसमें ऑपरेशन, दवा और सिकाई शामिल है। 80 से 90 प्रतिशत मरीजों के इलाज में तीनों विधियों की जरूरत पड़ती है। मशीन लगने के बाद से मरीजों के इलाज में और ज्यादा सुविधा मिलेगी।