Move to Jagran APP

UP में विकासखंड की जिम्मेदारी संभालने के लिए 261 बीईओ तैयार, पूरा हुआ प्रशिक्षण

प्रदेश के ब्लाक मुख्यालयों का जिम्मा संभालने के लिए 261 खंड शिक्षाधिकारी तैयार हो गए हैं। उनमें नेतृत्व का विकास करने के लिए राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) की ओर से उन्हें आठ चक्रों में प्रशिक्षित किया गया है।

By Rafiya NazEdited By: Published: Sat, 28 Aug 2021 01:10 PM (IST)Updated: Sat, 28 Aug 2021 01:10 PM (IST)
UP में विकासखंड की जिम्मेदारी संभालने के लिए 261 बीईओ तैयार, पूरा हुआ प्रशिक्षण
लखनऊ में सीमैट की ओर से एससीईआरटी में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्रदेश के ब्लाक मुख्यालयों का जिम्मा संभालने के लिए 261 खंड शिक्षाधिकारी तैयार हो गए हैं। उनमें नेतृत्व का विकास करने के लिए राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) की ओर से उन्हें आठ चक्रों में प्रशिक्षित किया गया है। बेसिक शिक्षा मंत्री डा.सतीश द्विवेदी ने कहा कि खंड शिक्षाधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी हैं, प्रशिक्षण के बाद उनमें व्यावहारिक परिवर्तन दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब लर्निंग बाई डूइंग के सिद्धांत का अनुपालन करने की जरूरत है।

loksabha election banner

डा.द्विवेदी ने एससीईआरटी में सीमैट प्रयागराज की ओर से आयोजित नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में कहा कि नयी शिक्षा नीति के लिए हमारे अधिकारियों को तैयार रहना चाहिए, ताकि हम वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकें व अपनी भावी पीढ़ी का निर्माण जरूरत के अनुसार कर सकें। मंत्री ने कहा कि अध्यापक राष्ट्र निर्माता हैं, वह हमारी भावी पीढ़ी को सजाते-संवारते हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका शिक्षक व शैक्षिक प्रशासनकर्ता के मध्य ब्रिज के रूप में है।

बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने कहा कि खंड शिक्षाधिकारी को सर्वसुलभ होना चाहिए व समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। बेसिक शिक्षा निदेशक व एससीईआरटी के निदेशक डा.सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति में बुनियादी शिक्षा व संख्या ज्ञान पर बहुत अधिक महत्व दिया गया है हमें उसे पढऩा व समझना चाहिए। निदेशक सीमैट डा.सुत्ता ङ्क्षसह ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रशिक्षण बहुत प्रभावकारी रहेगा। मंत्रा फार चेंज की प्रोग्राम निदेशक अंजलि नाम्बियार ने प्रशिक्षण को सेवा का प्रारंभ बताया। अपर बेसिक शिक्षा निदेशक ललिता प्रदीप ने कहा कि खंड शिक्षाधिकारियों के सहयोग से विकासखंड को प्रेरक ब्लाक के रूप में विकसित कर सकेंगे।

465 करोड़ से जेहटा 400 केवीए ट्रांसमिशन शुरू: राजधानी की बिजली व्यवस्था अब और बेहतर होगी। ट्रांसमिशन ने जेहटा में बनाए गए 400 केवीए के ट्रांसमिशन को शुरू कर दिया है। 465 करोड़ की लागत से बनाए गए इस ट्रांसमिशन से 400 केवी कुर्सी रोड और 400 केवी सरोजनीनगर बिजली में तकनीकी खामी आने पर भी सप्लाई चालू रहेगी। इस नई सुविधा से करीब 40 लाख की आबादी को बड़ी राहत मिलेगी। इसको लेकर लंबे समय से डिमांड की जा रही थी। अधीक्षण अभियंता आशुतोष दीक्षित ने बताया कि इस ट्रांसमिशन के चालू होने से दर्जनों 33/11 केवी बिजली उपकेंद्र लाभांन्वित होंगे। इन्हीं तीन 400 केवी बिजलीघर सरोजनीनगर, कुर्सी रोड और जेहटा से वाया 220 और 132 केवी ट्रांसमिशन उपकेंद्र से कनेक्ट हो जाएंगे। इसे ट्रांसमिशन की टीम ने तीन साल की बेहतर निगरानी में तैयार करवाया है। अभियंताओं ने बताया कि यूपी ट्रांसमिशन कारपोरेशन ने करीब 40 साल बाद दूसरा 400 केवी बिजली घर जेहटा में बनाया है। अधीक्षण अभियंता आशुतोष दीक्षित बताते हैं कि इससे पहले सरोजनी नगर बिजली घर वर्ष 1977 में चालू हुआ था। इसके बनने से कम से कम दस साल तक ट्रांसमिशन नेटवर्क में परेशानी नहीं आएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.