Move to Jagran APP

10 साल से फरार चल रहा आजीवन कारावास का कैदी गिरफ्तार, 25 हजार का था इनाम

लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने परिवर्तन चौराहे से 25 हजार के इनामी को दबोचा। मिली थी आजीवन कारावास की सजा जमानत पर छूटने के बाद हो गया फरार।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 07:49 PM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 07:49 PM (IST)
10 साल से फरार चल रहा आजीवन कारावास का कैदी गिरफ्तार, 25 हजार का था इनाम
10 साल से फरार चल रहा आजीवन कारावास का कैदी गिरफ्तार, 25 हजार का था इनाम

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी स्थित हजरतगंज पुलिस ने सोमवार को बढ़ी कामयाबी हासिल की है। 10 साल से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। ई ब्लॉक राजाजीपुरम निवासी त्रिलोक सिंह ने वर्ष 1989 में साथियों संग मिलकर चौबेपुर वाराणसी निवासी गिरजेश सिंह की हत्या कर दी थी। इस मामले में निचली अदालत ने त्रिलोक सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जमानत पर छूटने के बाद से त्रिलोक फरार चल रहा था। उच्च न्यायालय ने हजरतगंज पुलिस को निर्देशित किया था कि त्रिलोक को निर्धारित समय में गिरफ्तार कर पेश किया जाए।

loksabha election banner

पुलिस उपायुक्त मध्य दिनेश सिंह के मुताबिक, त्रिलोक की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई थी। पड़ताल में सामने आया कि अभियुक्त सोमवार तड़के परिवर्तन चौराहे पर मौजूद है और कहीं जाने की फिराक में है। इसके बाद चौकी इंचार्ज सुलतागंज महेंद्र सिंह व चौकी इंचार्ज नरही भूपेंद्र सिंह की टीम ने त्रिलोक को दबोच लिया।

पता बदलकर छिपा था

पुलिस के पास त्रिलोक का स्थाई पता नहीं है। वह किराए के मकान का अलग-अलग पता दर्ज कराया था। यही वजह है कि पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी। वर्तमान में वह इशा अपार्टमेंट महानगर में रह रहा था। गिरजेश की हत्या के बाद उनके भाई उमेश कुमार सिंह ने हजरतगंज कोतवाली में तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। दो अन्य अभी भी जेल में बंद हैं। 

2010 में मिली थी जमानत

त्रिलोक को वर्ष 2010 में कुछ शर्तों पर जमानत मिली थी। हालांकि उसने न्यायालय में दिए गए शर्तों का पालन नहीं किया और फरार हो गया। ठिकाने बदलकर त्रिलोक प्रॉपर्टी का काम करने लगा था। पुलिस ने उसे पकडऩे के लिए पहले उसके जमानतदारों को पकड़ा था, जिसमें उसकी पत्नी व साला शामिल थे। छानबीन में पता चला कि त्रिलोक ने पहली पत्नी को तलाक दे दिया है और दूसरी शादी कर ली है। त्रिलोक पर 25 हजार का इनाम भी घोषित था। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.