लखीमपुर में Dudhwa National Park के बीच पहुंचा विस्टाडोम कोच, पर्यटकों को जल्द मिलेंगे बेहतरीन नजारे
Dudhwa National Park विस्टाडोम कोच में सफर करने वाले पर्यटकों के लिए स्टेशनों पर वेटिंग रूम खानपान स्टॉल प्लेटफार्मो की सफाई पेयजल की व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश भी डीआरएम ने दिए। विस्टाडोम कोच सैलानियों की सुविधा के अनुसार तैयार किए गए हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। Dudhwa National Park: दुधवा के मनोरम प्राकृतिक वातावरण के बीच मीटरगेज (छोटी लाइन) सेक्शन पर विस्टाडोम कोच अपनी लय में दौड़े। विस्टाडोम कोच की चेयरकार बोगी की आरामदायक सीटों पर बैठकर बड़ी कांच की खिड़की और छत से प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा देखते ही बन रहा था। इस माह के अंत तक पूर्वोत्तर रेलवे पर्यटकों को मैलानी-नानपारा मीटरगेज रेलखंड पर विस्टाडोम कोच में यादगार सफर की सौगात दे सकता है। इसके लिए डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने शुक्रवार को विस्टाडोम कोच का स्वयं ट्रायल लिया।
बड़ी लाइन के विस्टाडोम कोच मुंबई की ट्रेनों में लगाकर इसकी शुरुआत की जा चुकी है। दुधवा के लिए मीटरगेज विस्टाडोम कोच पश्चिमी रेलवे के महू वर्कशॉप में तैयार किए गए हैं। इसके लिए खंडवा-महू रेलखंड पर दौड़ने वाली वर्ष 2002 में बने मीटरगेज कोच का इस्तेमाल किया गया है। दोनों विस्टाडोम कोच को सड़क मार्ग से मैलानी लाया गया था। इन दो एसी बोगियों में 60 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी।
इसको इंजन में लगाकर दुधवा में इसी माह के अंत तक यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। पर्यटक दुधवा के सफर के लिए 30 सीटों वाले कोच भी बुक करा सकेंगे। जिसमें वह अपने परिवारीजनाें के साथ सफर कर सकते हैं। इसकी बुकिंग भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट पर भी की जा सकेगी। इस मीटरगेज सेक्शन पर यात्री सुविधाओं को भी रेलवे को बेहतर करना होगा।
डीआरएम मोनिका अग्निहोत्री ने मैलानी, भीरा खेरी, पलिया कला, दुधवा स्टेशन के साथ रेलवे ब्रिज, रेलवे ट्रैक, रेलवे यार्ड, सिग्नल, क्रॉसिंग की स्थिति को परखा। विस्टाडोम कोच में सफर करने वाले पर्यटकों के लिए स्टेशनों पर वेटिंग रूम, खानपान स्टॉल, प्लेटफार्मो की सफाई, पेयजल की व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश भी डीआरएम ने दिए। विस्टाडोम कोच सैलानियों की सुविधा के अनुसार तैयार किए गए हैं। इसमें बोगी से बाहर के मनोरम दृश्यों को देखने के लिए छत शीशे की होती है। कुर्सियों को दोनों दिशाओं की ओर घुमाया जा सकता है। कोच में एक मिनी किचन भी होता है।