UP Zila Panchayat Election: 22 जिलों के अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित, अब 53 में से 46 सीटों पर सीधा मुकाबला
UP Zila Panchayat Election उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 22 के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। मंगलवार को नाम वापसी की अवधि गुजरते ही सभी के चुने जाने की घोषणा कर दी गई।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 22 के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। मंगलवार को नाम वापसी की अवधि गुजरते ही सभी के चुने जाने की घोषणा कर दी गई। निर्विरोध चुने गए अध्यक्षों में जहां 21 भारतीय जनता पार्टी के हैं वहीं एक मात्र इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी ही समाजवादी पार्टी के हाथ लगी है। शेष 53 जिलों के अध्यक्ष पद के लिए तीन जुलाई को मतदान होगा। तीन बजे तक मतदान के ठीक बाद मतों की गणना शुरू कर उसी दिन परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि मंगलवार को पीलीभीत, शाहजहांपुर, सहारनपुर व बहराइच के एक-एक प्रत्याशी द्वारा नाम वापस लेने से इन जिलों में एक ही प्रत्याशी रह गए जिससे इन चारों जिलों के अध्यक्ष निर्विरोध चुन लिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि 18 जिलों में पहले ही एक-एक नामांकन हुआ था। ऐसे में नाम वापसी की समय सीमा बीतने के बाद सभी संबंधित जिलों के अध्यक्ष भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए। इनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, ललितपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ व वाराणसी जिले शामिल हैं।
इसके अलावा 10 और जिलों संभल, बदायूं, फर्रुखाबाद, प्रतापगढ़, लखीमपुर खीरी, संत कबीर नगर, आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर व भदोही में एक-एक प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस लिया है। अब शेष 53 जिलों में 116 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। इन जिलों के अध्यक्ष की कुर्सी के लिए तीन जुलाई को 11 बजे से तीन बजे तक मतदान होगा। तीन बजे के बाद मतगणना कर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
46 सीटों पर सीधा मुकाबला : जिला पंचायत अध्यक्ष की 53 सीटों में 46 सीटें ऐसी हैं जिनमें दो-दो उम्मीदवार होने के कारण सीधा मुकाबला होगा। इनमें ज्यादातर सीटें ऐसी हैं जिनमें भाजपा व सपा के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। चार सीटों पर त्रिकोणीय चुनाव होगा जबकि तीन सीटें ऐसी हैं जिनमें चार-चार उम्मीदवार चुनाव मैदान डटे हैं।
इन सीटों पर होगा चुनाव : मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, हापुड़, बिजनौर, रामपुर, संभल, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासगंज, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, महोबा, हमीरपुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, अमेठी, बाराबंकी, सुलतानपुर, अंबेडकर नगर, अयोध्या, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र।
तीन और सीटों पर सपा को झटका : जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी को तीन और सीटों पर झटका दे दिया है। पीलीभीत, शाहजहांपुर व बहराइच में तो सपा प्रत्याशियों ने अपना नामांकन ही वापस ले लिया। यहां भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। सपा को नामांकन वाले दिन ही 17 सीटों पर झटका लग चुका है। यहां सपा प्रत्याशियों ने अपना नामांकन ही नहीं किया था। अब फिर तीन सीटों पर उसके प्रत्याशी दगा दे गए।
पीलीभीत में सपा प्रत्याशी स्वामी प्रवक्तानंद फिर से भाजपा में वापस चले गए। उन्होंने मंगलवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। स्वामी कुछ दिनों पहले ही सपा में शामिल हुए थे। उन्हें सपा ने बड़ी उम्मीदों के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया था। सपा को दूसरा झटका शाहजहांपुर में लगा। यहां सपा की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी वीनू सिंह भी साइकिल की सवारी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं हैं। उन्होंने भी मंगलवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। सपा को तीसरा झटका बहराइच में लगा। यहां सपा की जिला पंचायत अध्यक्ष की उम्मीदवार नेहा अजीज ने अपना नामांकन वापस ले लिया। यहां भी भाजपा बगैर चुनाव लड़े जीत गई है।