BSP को झटके पर झटका, बेटे के SP से जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी घोषित होते ही अम्बिका ने छोड़ी पार्टी
Set Back To BSP बलिया में समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बलिया के कद्दावर नेता अम्बिका चौधरी का अब बहुजन समाज पार्टी में दम घुटने लगा है वह अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। अब उनकी आस्था बदल गई है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की राजनीति में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। नेताओं में अब पार्टी का मोह भी नहीं है। ताजा मामला बलिया का है। जहां पर अम्बिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े और जीते। अब उनकी आस्था बदल गई है।
बलिया में समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बलिया के कद्दावर नेता अम्बिका चौधरी का अब बहुजन समाज पार्टी में दम घुटने लगा है, वह अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और समाजवादी पार्टी में वापसी तय है। बेटे के समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित होते ही अम्बिका चौधरी को अपने कद का पता चला है। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
समाजवादी पार्टी ने बसपा को एक और झटका दिया है। पूर्वांचल के दमदार नेताओं में शामिल वरिष्ठ नेता अम्बिका चौधरी ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है। मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीब माने जाने वाले अम्बिका चौधरी 2017 का विधानसभा और 2019 का लोकसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़े थे। दोनों में उन्होंने हार झेली।
बेटे के कारण बदल दी आस्था
समाजवादी पार्टी ने अम्बिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी को बलिया से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है। आनंद चौधरी ने बलिया में जिला पंचायत सदस्य पद पर बसपा के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में वार्ड नम्बर 45 से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
बेटे के चुनाव जीतने के बाद से ही अम्बिका चौधरी से सुर बदलने लगे। इसी दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राजमंगल यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर आनंद चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। बेटे के सपा से प्रत्याशी घोषित होने के बाद अम्बिका चौधरी ने बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के पाद अपना इस्तीफा भेज दिया। माना जा रहा है कि अम्बिका चौधरी की जल्द फिर से समाजवादी पार्टी में वापसी हो जाएगी।